-
दुनिया
-
Bhopal की Bank अधिकारी की यूरोप में ऊंची चढ़ाई, माउंट Elbrus पर फहराया तिरंगा
-
भोपाल के दो ज्वेलर्स ने बैंकों को गोल्ड लोन में लगाया 26 करोड़ का चूना, यूको बैंक की चार शाखा को ठगा
-
UNO के आह्वान पर JAYS ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस, जल, जंगल और जमीन के प्रति जागरूक हुए आदिवासी
-
बागेश्वर सरकार की ज़िंदगी पर शोध करने पहुची न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालय की टीम
-
Rahul Gandhi ने सीजफायर को BJP-RSS की सरेंडर की परंपरा बताया, कहा Modi करते हैं Trump की जी हुजूरी
-
सीबीआई के कानूनी सलाहकार की मौत पर सीबीआई की सफाई, सिसौदिया ने लगाए थे आरोप

दिल्ली सरकार की आबकारी नीति 2021-22 को लेकर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया के खिलाफ सीबीआई मामले में कथित रूप से उप कानूनी सलाहकार जितेंद्र कुमार की मौत पर सिसौदिया ने सीबीआई पर आरो लगाए थे। सिसौदिया ने उनके खिलाफ जितेंद्र कुमार पर झूठा मामला बनाने के दबाव के आरोप लगाए थे जिनको सीबीआई ने निराधार बताया है। सीबीआई ने कहा है कि जितेंद्र कुमार का दिल्ली आबकारी नीति के मामले से कोई संबंध नहीं रहा।
सीबीआई ने जारी बयान में कहा है कि दिल्ली आबकारी नीति केस में नामजद अभियुक्तों में से एक मनीष सिसौदिया ने प्रेस कांफ्रेंस में सीबीआई में उप कानूनी सलाहकार जितेंद्र कुमार की आत्महत्या के कारणों में सीबीआई पर लगाए गए आरोपों पर सफाई दी है। सीबीआई ने सिसौदिया के बयानों को शरारती व भ्रामक बताया है। उसने स्पष्ट किया है कि सज्जन अधिकारी स्वर्गीय जितेंद्र कुमार का इस मामले की जांच से किसी भी तरह से कोई लेना-देना नहीं था। वह अभियोजन के प्रभारी उप कानूनी सलाहकार थे; किस हैसियत से वह उन अभियोजकों की निगरानी कर रहे थे जो दिल्ली में पहले से ही आरोप-पत्रित मामलों की सुनवाई कर रहे हैं। इसके अलावा, दिल्ली पुलिस के अनुसार, जो मौत की जांच कर रही है, अधिकारी ने अपने सुसाइड नोट में उसकी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है।
सीबीआई ने कहा किसी भी आरोपी को क्लीनचिट नहीं
सीबीआई ने बयान में कहा है कि आबकारी नीति मामले की जांच की जा रही है। ऐसे में किसी भी आरोपित को क्लीन चिट नहीं दी गई है। सिसोदिया का शरारती और भ्रामक बयान दिल्ली आबकारी नीति मामले में चल रही जांच से ध्यान भटकाने का एक प्रयास है, साथ ही सज्जन अधिकारी की मौत की जांच की कार्यवाही में हस्तक्षेप के समान है।
Leave a Reply