-
दुनिया
-
UNO के आह्वान पर JAYS ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस, जल, जंगल और जमीन के प्रति जागरूक हुए आदिवासी
-
बागेश्वर सरकार की ज़िंदगी पर शोध करने पहुची न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालय की टीम
-
Rahul Gandhi ने सीजफायर को BJP-RSS की सरेंडर की परंपरा बताया, कहा Modi करते हैं Trump की जी हुजूरी
-
ऑपरेशन सिंदूर ने बताया आतंकवादियों का छद्म युद्ध, प्रॉक्सी वॉर नहीं चलेगा, गोली चलाई जाएगी तो गोले चलाकर देंगे जवाब
-
मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर कामलीला, नेताजी की महिला शिक्षक मित्र संग आशिकी का वीडियो वायरल
-
सीएम के बांधों से एकसाथ पानी नहीं छोड़ने के निर्देश

प्रदेश में अतिवृष्टि की वजह से नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बांधों से एकसाथ पानी नहीं छोड़ा जाए। मौसम विभाग द्वारा जारी बारिश की चेतावनी को ध्यान में रखा जा रहा है और बरगी, तवा, कोलार सहित अन्य सभी बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है। इस कारण नर्मदा का जलस्तर बढ़ा है। नीचे के भी बांधों से पानी छोड़ा गया है। सीएम ने बारिश के थमने पर कहा कि यह अच्छी बात है और अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। मगर बारिश की संभावना बने रहने से उन्होंने पूरी सावधानी बरतने की जरूरत बताई है।
मुख्यमंत्री सिंह ने संभागायुक्त श्री माल सिंह, कलेक्टर श्री नीरज सिंह, पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरूकरण सिंह सहित अन्य अधिकारियों को राहत केंद्रों पर स्वास्थ्य, पेयजल, साफ- सफाई तथा शौचालय सहित अन्य व्यवस्थाओं को बनाए रखने एवं सावधानी के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि कोई गाँव बाढ़ की चपेट में तो नहीं है। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि माखन नगर ब्लाक के साढ़े तीन गाँव का सड़क से संपर्क कट गया है। वहाँ पर बोट पहुँचा दी गई हैं। होमगार्ड के जवान भी तैनात किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने मालाखेड़ी और निमसाड़िया गाँव की जानकारी ली। साथ ही सभी निचले क्षेत्र के नागरिकों से संपर्क बनाए रखने के निदेश अधिकारियों को दिए। विधायक सर्वश्री डॉ. सीतासरन शर्मा, विजयपाल सिंह और ठाकुर दास नागवंशी, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नीतू यादव एवं पार्षद मौजूद रहे।
राहत केंद्रों की ली जानकारी
मुख्यमंत्री ने शासकीय नर्मदा महाविधालय में बनाए गए राहत केंद्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेकर केंद्र पर चाक-चौबंद व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए। बताया कि 8 स्थानों को राहत केंद्र के लिए चिन्हित कर वहाँ समुचित व्यवस्थाएँ की गई हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती यादव से भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि जन-प्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन आपसी समन्वय से आपदा प्रबंधन के बेहतर कार्य सुनिश्चित करें।
Leave a Reply