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लोकतंत्र और संविधान की अस्मिता को बचाये रखना सबसे बड़ी चुनौती
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में ध्वजारोहण किया, राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को सलामी दी। इस अवसर पर विजयगीत ‘विजय विश्व तिरंगा प्यारा’ और राष्ट्र-गान ‘जन-गण-मन’ का गायन हुआ। प्रदेश के नागरिकों, कांग्रेसजनों के नाम संदेश का वाचन किया।
नाथ ने प्रदेश की जनता को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए स्वतंत्रता आंदोलन में शहीद सैनानियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार आज पूरी दुनिया में नजीर बने हुए है। पंडित जवाहर लाल नेहरू, सुभाषचंद्र बोस, सरदार पटेल, बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, विपिन चंद्र पाल, पं. मोतीलाल नेहरू, डाॅ. राम मनोहर लोहिया, मौलाना अबुल कलाम आजाद, बाबू जगजीवन राम, लाल बहादुर शास्त्री, डाॅ. भीमराव अम्बेडकर, सरोजनी नायडू, आचार्य कृपलानी ऐसे महान नेता थे, जिन्होंने अहिंसा के मार्ग पर चलकर एक क्रूर शासन को परास्त किया। सरदार भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद ,रामप्रसाद बिसमिल, राजगुरू, रानी लक्ष्मी बाई, रानी दुर्गावती, टंट्या भील, बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों की कुर्बानी को भुलाया नहीं जा सकता। स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी और स्व. श्री राजीव गांधी का बलिदान देश के नव-निर्माण में अनुकरणीय है।
श्री नाथ ने कहा कि आज देश के सामने कई चुनौतियां हैं और सबसे बड़ी चुनौती देश के लोकतंत्र और संविधान की अस्मिता को बचाये रखना है। देश में दल बदल कानून होने के बावजूद ऐसी नई परिस्थितियां पेश हुईं, जिससे जनता द्वारा बहुमत से चुनी सरकारों को अस्थिर करने का काम न केवल मप्र में बल्कि अनेक प्रदेशों में किया गया है। संविधान और लोकतंत्र की भावनाओं के विपरीत मप्र में जो घटनाक्रम हुआ उससे प्रजातंत्र के मूल्यों पर प्रहार हुआ है, प्रजातंत्र की हत्या की गई।
श्री नाथ ने अपने संदेश में कहा कि 15 महीने की सरकार में हमें 12 महीने काम करने का अवसर मिला। सरकार बनते ही हमने किसानों का 2 लाख रू. तक का फसल ऋण माफ करने का निर्णय लिया, 21 लाख किसानों के ऋण खाते में 7155 करोड़ की राशि का भुगतान कर दिया तथा 7 लाख से अधिक किसानों के कर्ज भुगतान हेतु 4612 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गई।
उन्होंने अपने संदेश में कहा कि किसानों को कृषि प्रयोजन के विद्युत कनेक्शन की दर में 50 प्रतिशत छूट दी गई, इंदिरा गृह ज्योति योजना के अन्तर्गत 100 यूनिट तक मासिक खपत करने पर 100 रूपये प्रतिमाह की दर से विद्युत प्रदाय की गई। वृद्धा, विधवा एवं विकलांगों की पेंशन राशि में दुगनी बढौत्री अर्थात 300 रूपये की जगह 600 रू प्रतिमाह की गई। कन्याओं के विवाह हेतु सहायता राशि बढ़ाकर 51 हजार रूपये की गई। युवाओं के लिए मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना प्रारंभ की गई। सम्पत्ति के क्रय-विक्रय में स्टाम्प शुल्क में 20 प्रतिशत की छूट दी गई, 1000 से अधिक नई गौ शालाओ का निर्माण किया गया। इंदौर में मैगनीफिसेंट एम.पी. इन्वेस्टर्स समिट का सफलता पूर्वक आयोजन कर उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण बनाया। महिलाओं के वाहन लायसेंस निःशुल्क किये गए। शासकीय कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य बीमा, 7 वां वेतनमान, मंहगाई भत्ते के 3 प्रतिशत की वृद्धि के आदेश दिए गए। हमने प्रदेश के पिछड़े वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की थी और सामान्य वर्ग के अति गरीबों के लिए भी 10 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की। आदिवासियों के संस्कारों के लिए मदद योजना के साथ ही साहूकारी प्रथा समाप्त की गई। अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारो को रू 10 हजार प्रतिमाह सम्मान निधि देने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि हमने आम नागरिकों के हित में भूमाफिया तथा मिलावट खोरों के लिए सघन अभियान चलाया। हमारा यह प्रयास रहा है कि प्रदेश की जनता के हित में जो संभव हो सके वे निर्णय लिये।
श्री नाथ ने कहा कि महामारी कोरोनाकाल में प्रदेश के आम नागरिकों के स्वास्थ्य, सुरक्षा के लिए जो गंभीर प्रयास किए जाने थे, हमें दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि इसके लिए वर्तमान सरकार द्वारा जरूरी कदम नहीं उठाये गए, जो प्रवासी मजदूर बाहर प्रदेशों से आए है, उन्हें रोजगार देने में वर्तमान सरकार असफल हुई है। कोरोना महामारी के इस दौर में कर्ज माफ न होने के कारण किसान, बिजली के लंबे-चैड़े बिलों के कारण आम नागरिक और हित लाभ न मिलने पर कर्मचारी वर्ग परेशान है। आज प्रदेश की जनता दोहरी मार झेल रही है जिससे उसका सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
श्री नाथ ने कहा कि हम एक ऐसे देश में रह रहे है जिसमें सर्वधर्म समभाव (सभी धर्मों का आदर करना) और वसुधैव कुटुम्बकम् (पूरा विश्व एक परिवार हैं) की सनातनी आस्था को स्वीकार किया है। हमने भगवान राम के मंदिर के निर्माण का स्वागत करते हुए पूरे प्रदेश में भगवान राम की पूजा अर्चना की और हनुमान चालीसा का पाठ किया। सनातन धर्म की इस आस्था के अनुरूप सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्।। (अर्थ ‘सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी मंगलमय घटनाओं के साक्षी बनें और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पडे़)।’ यही मेरी भावना हमेशा रही है। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि कोरोना महामारी के इस संकटकाल में देश एवं प्रदेश के सभी नागरिक निरोगी एवं स्वस्थ रहे।
आजादी के इस पावन पर्व पर आइये हम सब सौगंध खायें कि तिरंगे की शान को कम न होने देंगे, हम लोकतंत्र की रक्षा कर संवैधानिक व्यवस्थाओं को बनाए रखेंगे। समाज में समता और समानुभाव के लिये काम करेंगे।
इस अवसर पर कांग्रेस पदाधिकारीगण सर्वश्री सांसद दिग्विजयसिंह, पूर्व सांसद.सुरेश पचैरी, रामनिवास रावत, एन.पी. प्रजापति, सेवादल अध्यक्ष रजनीश सिंह ठाकुर, कांग्रेस पदाधिकारीगण चंद्रप्रभाष शेखर, प्रकाश जैन, राजीव सिंह, भूपेन्द्र गुप्ता, रवि सक्सेना, जे.पी. धनोपिया, विभा पटेल, मांडवी चैहान, गोविंद गोयल, कैलाश मिश्रा, आसिफ जकी, दुर्गेश शर्मा, आनंद तारण सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं नागरिक उपस्थित थे।
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