केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बैंक से फ्रॉड करने वाले लोगों और कंपनियों पर देशभर में 14 राज्यों के 169 शहरों में कार्रवाई की। मध्यप्रदेश में भोपाल व मुरैना में मारे गए छापों में करीब 1466 करोड़ से ज्यादा की बैंक धोखाधड़ी का मामला खुला। मुरैना में तो छापे में 65 लाख की नकद राशि मिली जिसे आयकर विभाग को सौंप दिया गया है।
भोपाल में कृषि उत्पाद से जुड़ी एक कंपनी के पांच संचालकों, अपर संचालकों, जमानतदारों और अन्य नागरिकों ने मिलकर फर्जी बिल, फर्जी माल आवक-जावक का रिकॉर्ड तैयार किया। इसके आधार पर बैंक लोन के लिए फर्जी दस्तावेजों को बनाया और भारतीय़ स्टेट बैंक से करीब 6000 करोड़ रुपए की क्रेडिट लिमिट ले ली। इसमें काफी अनियमितताएं की गईं जिससे बैंक को सीधे तौर पर 1266 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ। वहीं, मुरैना में निजी गोदाम के सात संचालकों ने गोदाम की क्षमता से ज्यादा माल का भंडारण दिखाया और अपने कर्मचारियों के नाम से माल की आवक-जावक तैयार कराई। इस तरह यूको बैंक को करीब 200 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान पहुंचाया।
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