भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) गवर्नर उर्जित पटेल ने कार्यकाल पूरा होने से 9 महीने पहले इस्तीफा दे दिया है। पटेल ने निजी कारणों से इस्तीफा देेने की बात कही है लेकिन इसके पीछे आरबीआई और सरकार के बीच कई मुद्दों पर चल रहे मतभेद भी बताए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि सरकार ने आरबीआई एक्ट की धारा 7 का इस्तेमाल किया था लेकिन बाद में विवाद सुलझने की खबर आई। 19 नवंबर को आरबीआई की बोर्ड बैठक में विवाद के कुछ मुद्दों पर सहमति भी बन गई थी। इसके बाद यह आशंका खत्म हो गई कि उर्जित पटेल इस्तीफा देंगे लेकिन, सोमवार को अचानक उन्होंने इस्तीफे का ऐलान कर दिया।
सितंबर 2016 में बने थे गवर्नर पद
चार सितंबर 2016 को उर्जित पटेल आरबीआई गवर्नर का पद संभाला था। उनका कार्यकाल सितंबर 2019 तक था लेकिन, उन्होंने 9 महीने पहले ही इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे को उन्होंने तुरंत प्रभाव से लागू माने की बात लिखी है। इसमें लिखा है कि मेरे सम्मान की बात है कि मैंने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के साथ काम किया।
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