देश में ऊंची-ऊंची प्रतिमाओं के निर्माण के दौर में अब भगवानों की मूर्तियां को लेकर भी चलन दिखाई दे रहा है। छिंदवाड़ा में भगवान हनुमान की प्रतिमा के बाद राजस्थान में भगवान शिव की 351 फीट की ऊंची प्रतिमा स्थापित की जा रही है। इसमें भगवान शिव का सिर ही 70 फीट का बनाया जा रहा है जिसमें जटाएं भी लंबी हैं। राजस्थान की शिव प्रतिमा को करीब 20 किलोमीटर दूर से देखा जा सकेगा। प्रतिमा की स्थापना 20 बीघा जमीन पर की जा रही है जिसके अगले साल तक पूरा होने की संभावना है। राजस्थान ने नाथद्वारा में बन रही दुनिया की दुनिया की सबसे उंची भगवान शिव की प्रतिमा में अब तक 2600 टन स्टील, 2601 टन लोहा, 26618 क्यूबिक मीटर सीमेंट और कॉन्क्रीट लग चुकी है.
351 फीट की भगवान महादेव की मूर्ति के अंदर 4 लिफ्ट हैं. 2 लिफ्ट में एक बार में 29-29 श्रद्धालु 110 फीट तक और दो लिफ्ट से 280 फीट तक 13-13 श्रद्धालु एक साथ जा-आ सकेंगे। भगवान् शिव का चेहरा 70 फीट लंबा होगा। भगवान् शिव का 16 फिट लम्बा जटा होगा। 275 फीट की ऊंचाई पर गर्दन होगी। 160 फीट की ऊंचाई पर कंधे होंगे। 175 फीट की ऊंचाई पर महादेव का कमरबंद होगा। 150 फीट पंजे से घुटने तक की ऊंचाई होगी। 65 फीट लंबा पंजा होगा। 110 फीट का आधार बनाया गया है।
Leave a Reply