एट्रोसिटी एक्ट संशोधन को लेकर गुरुवार को भारत बंद का आव्हान किया गया है जिसके लिए मध्यप्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। मप्र पुलिस ने बंद को देखते हुए साढ़े दस हजार पुलिस बल को जिलों में भेजा गया है। इसके अलावा प्रदेश के अधिकतर जिलों में धारा 144 लागू की गई है।पिछले लंबे समय सेएट्रोसिटी एक्ट संशोधन को लेकर विरोध के स्वर चल रहे हैं और इसमें 6 सितंबर को भारत बंद का आव्हान किया गया। बंद का शुरू में किसी संगठन ने अाव्हान नहीं किया था बल्कि सोशल मीडिया पर ही यह बंद का आव्हान किया जा रहा था। कुछ दिनों से बंद के लिए सपाक्स संगठन सामने आया और फिर कई अन्य संगठनों ने बंद को समर्थन देना शुरू किया। अब पुलिस का मानना है कि इस बंद में 30 से 35 संगठनों ने बंद का आव्हान किया है जबकि सोशल मीडिया पर 114 संगठनों के बंद के आव्हान करने या समर्थन करने के मैसेज चलते रहे।
बंद को लेकर ग्वालियर में सबसे पहले कॉलेजों को बंद करने का आदेश सरकारी विभाग ने जारी किया। फिर ग्वालियर-चंबल और बुंदेलखंड के कुछ जिलों में भी इसी तरह के शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के आदेश जारी हुए। इसके बाद पेट्रोल पंपों और स्कूलों में छुट्टी की सूचनाएं व्हाट्सअप और अन्य सोशल मीडिया साधनों पर चलने लगे। भोपाल में सरकारी स्कूलों में पहले अवकाश घोषित किया गया और बाद में सीबीएसई स्कूलों के संगठन ने यह फैसला लिया।
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