नए वित्तीय वर्ष में सरकार द्वारा नए प्रावधानों के कारण आम आदमी के जीवन में की बदलाव होंगे। ई-रेल टिकट से जहां रेल सफर में ई टिकट लेना सस्ता हो जाएगा तो इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम पर एक्साइड ड्य़ूटी घटने से भी कई सामान सस्ते हो जाएंगे। सीनियर सिटीजन्स को पोस्ट ऑफिस और बैंकों से मिलने वाले 50 हजार रुपए की राशि पर टैक्स नहीं लगेगा तो शेयर पर निवेश करने वालों को एक साल में एक लाख से ज्यादा फायदा होने पर कैपीटल गेन देना होगा। नए वित्तीय वर्ष में डियोडरेंट्स, रूम फ्रैशनर, परफ्यूम, आफ्टर शेव, स्मार्ट वॉच फुटवियर और धूप के चश्मे के दाम बढ़ने वाले हैं।
– सिगरेट, सिगरेट लाइटर, पान मसाला, जर्दा, खैनी और सिगार के दाम बढ़ जाएंगे।
– 1 अप्रैल से इनकम टैक्स पर हेल्थ और एजूकेशन सेस 1 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ लागू होगा। बजट में इसे 3 से बढ़ाकर 4 फीसदी कर दिया गया था।
– सैलरीड क्लास के लोगों को 40 हजार रुपए का स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगा। यानी आपकी सैलरी से 40,000 रुपए की सीमा छोड़कर बाकी पर इनकम टैक्स लगेगा।
ई-वे बिल लागू हो सकता है। राज्यों के बीच 50,000 रुपए से अधिक मूल्य के वस्तुओं की ढुलाई के लिए ई-वे यानी इलेक्ट्रानिक वे बिल की जरूरत होगी। ट्रांसपोर्टर को जीएसटी से ई वे बिल लेना होगा। हालांकि यह बिल व्यवस्था पहले भी टल चुकी है।
– बजट में कई ऐसे प्रावधान भी नए वित्तीय वर्ष में लागू होंगे, जिनका फायदा गरीब तबके पर पड़ेगा। जैसे – आयुष्मान भारत कार्यक्रम के तहत गरीबों के इलाज के लिए 1200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। वहीं टीबी रोगियों के लिए भी सरकार 600 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
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