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सिंधिया और पटवारी के पहुंचने का फायदा कांग्रेस प्रत्याशियों को
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने मप्र के चुनिंदा नेताओं को प्रचार के लिए बुलाया था, जिनमें से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और गुजरात के प्रदेश प्रभारी सचिव जीतू पटवारी के पहुंचने का फायदा कांग्रेस प्रत्याशियों को हुआ। मगर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सूरत जिले की जिन तीन सीटों पर पहुंचे वहां पार्टी प्रत्याशी को विशेष लाभ नहीं हो सका।
सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान दो दौरे हुए, जिसमें उन्होंने नाडियाड, जामलपुर, दरियापुर, वेजालपुर, गरवादा, लिमखेड़ा, बोरसाद, पाद्रा और वगारा जैसी नौ विधानसभा सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार किया। इनमें से जामलपुर, दरियापुर, गरवादा, बोरसाद और पाद्रा विधानसभा सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की मतगणना में शुरू से ही स्थिति अच्छी रही। बाकी चार सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की स्थिति ठीक नहीं रही।
इसी तरह विधायक और अभा कांग्रेस कमेटी के सचिव व गुजरात प्रदेश प्रभारी जीतू पटवारी को पार्टी ने 44 विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी दी थी। दाहोद, छोटा उदयपुर, पंचमहल, महिसागर, खेड़ा, आणंद, अहमदाबाद ग्रामीण, भावनगर और बोटार जिलों की इन विधानसभा सीटों में से करीब 23 सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों का प्रदर्शन अच्छा रहा। इनके अलावा धोलका जैसी सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी मामलूी अंतर हारे हैं।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को पार्टी ने बघेलखंड के रहवासियों वाली सूरत जिले की विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी दी थी। इनमें सूरत पूर्व और पश्चिम व चौरासी विधानसभा क्षेत्र शामिल थे, लेकिन इनमें से किसी भी क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। हालांकि ये तीनों सीटें 2012 में भी भाजपा के पास ही थीं।
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