बिहार के महागठबंधन में अभूतपूर्व संकट के बीच जदयू ने अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। पार्टी सूत्रों की मानें तो इस बैठक में लालू यादव के बेटे और राज्य के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से इस्तीफा देने की मांग की जाएगी।राजद नेताओं का साफ कहना है कि तेजस्वी को इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है। तेजस्वी यादव पर सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज की है। महागठबंधन में जदयू, राजद और कांग्रेस साझेदार हैं।जदयू के सूत्रों ने बताया “अगर तेजस्वी खुद इस्तीफे की पेशकश कर देते हैं तो ये आदर्श स्थिति होगी।”
उधर,आज राजद विधायकों की बैठक शुरू हो गई है। सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव समेत सात लोगों पर भारतीय रेलवे के दो होटलों के देखरेख के ठेके देने एक एवज में जमीन लेने का आरोप है। सीबीआई एफआईआर के अनुसार साल 2006 में रेल मंत्री रहने के दौरान लालू यादव ने ये ठेके बिहार के दो कारोबारियों को दिलवाए थे।
सीबीआई की कार्रवाई पर जदयू प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अभी तक आधिकारिक बयान नहीं दिया है। वहीं लालू यादव ने इसे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार द्वारा राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है। गुरुवार (छह जुलाई) को लालू यादव से जुड़ी 12 परिसंपत्तियों पर सीबीआई के छापे से एक दिन पहले नीतीश कुमार “स्वास्थ्य कारणों से” नालंदा के राजगीर चले गए थे। रविवार (नौ जुलाई) को वो राजधानी पटना वापस लौटे लेकिन अधिकारियों के अनुसार सीएम नीतीश ने सोमवार को होने वाला अपना साप्ताहिक संवाद कार्यकर्म स्थगित कर दिया है।
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