प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप आज रात प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत करेंगे। इससे पहले दोनों नेताओं की व्हाइट हाउस में बैठक होगी। हमारे संवाददाता ने बताया है कि दोनों नेताओं के बीच यह पहली बैठक होगी। बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच जारी सहयोग आगे बढ़ाने, व्यापार और वाणिज्य के अलावा भारत प्रशान्त क्षेत्र में आतंकवाद से निपटने और रक्षा भागीदारी सहित अनेक मुददों पर बातचीत की संभावना है। क्षेत्रीय सुरक्षा पर भी प्रमुखता से बातचीत हो सकती है।अमरीकी राष्ट्रपति श्री मोदी के सम्मान में रात्रि भोज भी देंगे।हमारे संवाददाता ने अमरीका के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया है कि मौजूदा प्रशासन के अंतर्गत व्हाइट हाउस में किसी विदेशी मेहमान के लिए यह पहला भोज होगा।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमरीकी राष्ट्रपति आवास वाइट हाउस में स्वागत की तैयारियां पूरी हो चुकी है। देानों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है। प्रधानमंत्री वाइट हाउस में लगभग 4 घंटे बिताएंगे जिसके दौरान व्यक्तिगत मुलाकात, प्रतिनिधि स्तर की वार्ता और रात्रि भोज आयोजित होगी। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेता एक दूसरे को जान पाएंगे तथा द्विपक्षीय संबंधों को पुन: परिभाषित करेंगे। बैठक के दौरान जिन प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। उसमें रक्षा सहयोग भारत प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा आतंकवाद का मुकाबला तथा व्यापार और निवेश शामिल हैं। राजीव जैन के साथ अनुपम मिश्र, आकाशवाणी समाचार वाशिंगटन।दोनों नेताओं की बैठक से पहले अमरीका के विदेश मंत्री रैक्स टिलरसन और रक्षा मंत्री जिम मेटीस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करेंगे।प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत की आर्थिक वृद्धि अमरीका और भारत दोनों के लिए लाभकारी होगी। कल शाम वॉशिंगटन में अमरीकी उद्योगपतियों और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की बैठक में उन्होंने कहा कि अमरीकी कंपनियों के पास इस भागीदारी में योगदान के अपार अवसर हैं।प्रधानमंत्री ने कहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक ने साबित कर दिया है कि सामान्य तौर पर धैर्य बरतने वाला भारत भी अपनी संप्रभुता की रक्षा करने में सक्षम है। अमरीका की राजधानी वाशिंगटन के निकट वर्जीनिया में भारतीय समुदाय के स्वागत समारोह में श्री मोदी ने कहा कि भारत हमेशा विश्व व्यवस्था के अनुसरण में विश्वास रखता है।आज विश्व में किसी को ट्रेरिज्म समझाना नहीं पड़ रहा है। टेरिस्टो ने समझा दिया लेकिन जब हिंदुस्तान सर्जिकल स्ट्राइक करता है। तब दुनिया को ताकत का अनुभव होता है कि भारत संयम रखता है। लेकिन जरूरत पड़े तो भारत अपने सामर्थ्य का परिचय भी देता है।प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए भारत को पसंदीदा जगह बताते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने प्रवासी भारतीयों को इसके लिए आमंत्रित किया।भारत को आजादी के बाद जितनी मात्रा में एफडीआई में मिला होगा उससे आज कई ज्यादा मात्रा में फॉरन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट हिंदुस्तान में आ रहा है। दुनिया की क्रेडिट एजेंसी हो भारत को एक चमकते हुए सितारे के रूप में चाहे वर्ल्ड बैंक हो, आई.एम.एफ. हर कोई भारत के सामर्थ्य को स्वीकार करती है। विश्व भी भारत को अपना एक इंवेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में टॉप पर देख रहा है।श्री मोदी ने भारतीय समुदाय को आश्वासन दिया कि सरकार देश में विकास की तेज गति के साथ विकसित भारत का उनका सपना पूरा करेगी।
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