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होशंगाबाद जिले के ग्वारी से लेकर पथाड़ा तक यात्रा के स्वागत के लिए उमड़ा जनसमूह
नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा ऑवली घाट में रात्रि विश्राम के बाद 40वें दिन सिवनी मालवा के ग्राम ग्वारी की ओर रवाना हुई। यात्रा के ग्वारी घाट पहुँचने पर अपार जन-समूह ने आत्मीय स्वागत किया। ग्रामीणों ने यात्रा मार्ग में फूलों की वर्षा कर स्वागत किया। ग्वारी घाट में यात्रा कलश एवं ध्वज की विधि-विधान से पूजा की गई।
यात्रा जब ग्वारी से सोयत पहुँची तो ग्रामवासियो ने कतारबद्ध कलश और ध्वज को प्रणाम किया। ग्राम खपरिया में श्री राजेन्द्र मंडलोई ने यात्रा का कलश लिया और यात्रा के साथ चले। खपरिया से 2 किलोमीटर पैदल मार्ग से यात्रा निकाली गई जिसका जगह-जगह स्वागत किया गया। घरों की छतों से फूलों की वर्षा भी की गई। सिंह वाहिनी दुर्गा मंदिर में भी यात्रा का स्वागत हुआ। यात्रा ढोल-बाजों के बीच ग्राम रेहड़ा पहुँची जहाँ देवी घंटी थाल राज देवी मंदिर के प्रांगण में यात्रियों का स्वागत हुआ। सभी ने माँ नर्मदा के जय-जयकार के नारे लगाए और माँ नर्मदा की महिमा का बखान किया। स्कूली बच्चों ने कलश यात्रा निकाली।
ग्राम मकड़ाई में यात्रा के पहुँचने पर ग्रामीणों ने पर्यावरण और नदी संरक्षण का संकल्प दोहराया। यहाँ परम्परागत रूप से यात्रा के कलश और ध्वज का पूजन किया गया। भेला में भी यात्रा का उत्साह से स्वागत हुआ।
चतुरमुख में संतों व साधुओं ने लगभग 200 पौधों का रोपण किया। अपार जनसमूह यात्रा के दर्शनों के लिए उमड़ पड़ा। महिलाओं ने माँ नर्मदा पर बने लोकगीत गाए, स्कूली बच्चियों ने कलश यात्रा निकाली। जन-प्रतिनिधियों ने यात्रा के कलश एवं ध्वज का पूजन किया। श्री संतोष पारिख ने कहा कि नदी को प्रदूषण से मुक्त करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नदी के दोनों किनारों पर पौध रौपण किया जाएगा। यहाँ ग्रामीणों को नर्मदा नदी की स्वच्छता एवं उसे प्रदूषण से मुक्त करवाने की शपथ दिलाई गई।
ग्राम घोधरा में भी सामूहिक पौध रौपण किया गया। जन अभियान परिषद के श्री डी.सी. सैय्यद रिजवी ने यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि यह दुनिया की सबसे बड़ी यात्रा है जो नदी को प्रदूषण से मुक्त करवाने एवं नदी संरक्षण के लिए की जा रही है। प्रदेश के 16 जिलों के लगभग 1100 गाँवों में यात्रा जाएगी एवं लगभग 11300 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यात्रा उत्तर व दक्षिण दोनों तटों की ओर जाएगी। उन्होंने कहा कि नर्मदा क्षमतावान नदी है। इसकी क्षमता का पूरा सदुपयोग किया जाए। साथ ही हर व्यक्ति अपने घर में एक पौधा अवश्य लगाए।
ग्राम भंगिया में भी यात्रा का स्वागत हुआ। ग्राम पथाड़ा में ग्रामीणों ने उत्साह से यात्रा का स्वागत किया। यहाँ साध्वी प्रज्ञा भारती ने कहा कि एक समय माँ नर्मदा इतनी निर्मल एवं साफ थी कि उसके पानी को देखकर आदि गुरू शंकराचार्य ने नर्मदाअष्टक की रचना की। आज नर्मदा दिन-प्रतिदिन दूषित होती जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि नर्मदा को दूषित और गंदा न किया जाए। नगर पालिका होशंगाबाद के अध्यक्ष श्री अखिलेश खंडेलवाल, सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री भरत सिंह राजपूत सहित यात्री और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
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