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होलिका दहन पर इस बार नहीं है भद्रा का साया

होली पर इस बार भद्रा नहीं है। इस बार होली पर सर्वार्थसिद्धि योग भी बन रहा है।
पंडितों के अनुसार यह श्रेष्ठ है। सर्वार्थसिद्धि योग सभी कार्यों को सिद्ध करने वाला है। होलिका दहन प्रदोष काल में किया जाना सर्वश्रेष्ठ है। होलिका दहन 12 मार्च रविवार को होगा। सूर्योदय से रात 8.23 बजे तक पूर्णिमा तिथि रहेगी। शाम 5.40 से अगले दिन सुबह 6.53 बजे तक सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा। होलिका दहन अलग-अलग मुहूर्त में कभी भी किया जा सकता है। हालांकि प्रदोषकाल सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त है।
होलिका दहन के मुहूर्त
शाम 6.35 से 8.05 बजे तक शुभ रात 8.05 से 9.35 बजे तक अमृत। रात 9.35 से 11.06 बजे तक चंचल। रात 2.06 से 3.37 बजे तक लाभ। प्रदोषकाल:शाम 6.38 से 9.02 बजे तक।
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