मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में चल रही वकीलो की हडताल का असर बुधवार को होने वाली उस चर्चित सुनवाई पर पडेगा जिसमें पैरवी करने देश के जाने माने वकील आ रहे है। प्रदेश के राजस्व और जनसम्पर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा की याचिका पर बुधवार को हाईकोर्ट की एकलपीठ में सुनवाई है। लेकिन मंगलवार को अभिभाषकों ने जजो के तबादले को लेकर सात जुलाई तक काम नही करने का फैसला किया है। बार एसोसिएशन का कहना है कि किसी भी कोर्ट में कोई वकील पैरवी नही करेगा चाहे वो ग्वालियर बार का सदस्य हो अथवा दूसरे बार का। ऐसे में जस्टिस विवेक अग्रवाल की कोर्ट में चौथे नम्बर पर लगे मंत्री नरोत्तम मिश्रा का केस आगे बढने की संभावना है। हाईप्रोफाईल इस केस में पैरवी करने जहां मंत्री नरोत्तम मिश्रा की तरफ से पूर्व अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी आ रहे है। वही पूर्व विधायक और याचिकाकर्ता राजेन्द्र भारती की तरफ से पूर्व केन्द्रीय मंत्री और सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता कपिल सिब्बल और पूर्व एडवोकेट जनरल विवेक तन्खा आ रहे है।कांग्रेस विरूद्ध बीजेपी हो चुके इस मामले पर प्रदेश ही नही देश की निगाहे है। आपको बता दें कि 23 जून को जारी एक आदेश में चुनाव आयोग ने मंत्री नरोत्तम मिश्रा को अयोग्य घोषित करते हुए उनके चुनाव लडने पर तीन साल की रोक लगा दी। जिसके बाद से नरोत्तम मिश्रा उस आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दे रहे है। वहीं हाईकोर्ट ने इसी मामले में चुनाव आयोग ओर याचिकाकर्ता से इस मामले में जबाब मांगा है….।
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ग्वालियर के अधयक्ष अनिल मिश्रा ने माना कि हड़ताल से डॉ मिश्रा के मामले में सुनवाई भी प्रभावित हो सकती है।
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