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स्वच्छता में 4354 शहरों में इंदौर नंबर एक, भोपाल छठवें नंबर, जानिये क्या रहे नतीजे

केंद्रीय आवास एवं नगरीय मंत्रालय ने 2022 के स्वच्छता सर्वे में इंदौर ने लगातार छठवीं बार देश में नंबर वन बनकर स्वच्छता का छक्का मारा है। 2016 से शुरू हुए इस सर्वे में पहले साल मैसूर ने देश में नंबर वन स्थान पाया था लेकिन इसके बाद 2017 से आज तक मध्य प्रदेश के इंदौर ने दूसरे किसी भी शहर को स्वच्छता के मामले में अपने से आगे नहीं आने दिया है। जबकि 2016 में केवल 73 शहरों के बीच इसकी प्रतिस्पर्धा थी और आज इंदौर 4354 शहरों के बीच से नंबर वन बना है।
स्वच्छता सर्वे में मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर को 7500 नंबर में से 7146 अंक मिले। इँदौर को कचरामुक्त और खुले में शौचमुक्त शहरों की श्रेणी में 100 फीसदी नंबर मिले हैं। इंदौर के बाद दूसरे नंबर पर गुजरात का सूरत, तीसरे पर नवी मुंबई, चौथे नंबर आंध्रप्रदेश के डीवीएमसी विशाखापत्तनम और पांचवें नंबर पर भी आंध्रप्रदेश का विजयवाड़ा आया है। छठवें नंबर पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल रहा है जिसे खुले में शौचमुक्त शहरों में 100 फीसदी नंबर मिले हैं।
एमपी के आठ शहर देश के 25 स्वच्छ शहरों में
मध्य प्रदेश के आठ शहरों ने देश के सबसे स्वच्छ 25 शहरों में अपना स्थान बनाया है। पहले स्थान पर इंदौर और छठवें स्थान पर भोपाल के अलावा एमपी के अन्य छह शहर भी देश के 25 स्वच्छतम शहरों में हैं। इनमें 14वें स्थान पर छिंदवाड़ा, 17वें स्थान पर उज्जैन, 21वें स्थान पर खंडवा, 22वें स्थान पर सागर और 25वें स्थान पर देवास शहर रहे हैं।
महाराष्ट्र के छह तो बिहार का कोई भी शहर 25 स्वच्छ शहरों में नहीं
स्वच्छता सर्वे में मध्य प्रदेश के बाद महाराष्ट्र दूसरा राज्य रहा है जहां के छह शहरों को 25 स्वच्छ शहरों में स्थान मिला है। इनमें तीसरे स्थान पर नवी मुंबई के अलावा मिरा भयंदार, बारामती, सतारा, पुणे और बारशी शहर हैं। मगर उत्तर भारत के बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के नोएडा के अलावा कोई भी दूसरा शहर स्वच्छता के मामले में आगे नहीं आ सका और बिहार जैसा बड़े राज्य का तो कोई भी शहर इस मामले में दिखाई नहीं दे रहा है। बिहार के किसी भी शहर का नाम 100 स्वच्छ शहरों में भी नहीं है।
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