-
दुनिया
-
सांची विश्वविद्यालय में चित्रकला प्रतियोगिता
-
उज़्बेकिस्तान में कोकन अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प महोत्सव में बाग प्रिंट कला का लहराया
-
Bhopal की Bank अधिकारी की यूरोप में ऊंची चढ़ाई, माउंट Elbrus पर फहराया तिरंगा
-
भोपाल के दो ज्वेलर्स ने बैंकों को गोल्ड लोन में लगाया 26 करोड़ का चूना, यूको बैंक की चार शाखा को ठगा
-
UNO के आह्वान पर JAYS ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस, जल, जंगल और जमीन के प्रति जागरूक हुए आदिवासी
-
सूर्यग्रहण अंडमान-निकोबार को छोड़ पूरे देश में दिखेगा, भोपाल 58 मिनिट दिखेगा
दीपावली के अगले दिन यानी आज मंगलवार को सूर्यग्रहण है जो भारत के अंडमान-निकोबार और देश के उत्तर पूर्वी हिस्से को छोड़कर सभी राज्यों में दिखाई देगा। मध्य प्रदेश में यह करीब पौने पांच बजे से लगभग एक घंटे तक दिखाई देगा क्योंकि पौने छह बजे सूर्यास्त हो जाएगा। सूर्यग्रहण शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद तक रहेगा। सोलर फिल्टरयुक्त चश्मे के अलावा किसी भी चीज से सूर्यग्रहण नहीं देखेंगे।
उज्जैन की शासकीय जीवाजी वैधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र प्रकाश गुप्ता ने खबर सबकी डॉट कॉम से बात करते हुए बताया कि सूर्यग्रहण कुछ क्षेत्र को छोड़कर पूरे देश में दिखाई देगा। इसकी जब मध्य की स्थिति बनेगी तो सूर्य करीब 63 फीसदी से ज्यादा ढंक जाएगा। ग्रहण की स्थिति करीब चार घंटे चार मिनिट की रहेगी। सूर्यग्रहण का आरंभ दो बजकर 28 मिनिट और तीन सेकंड पर होगा तो मध्य की स्थिति चार बजकर 30 एक सेकंड और मोक्ष की स्थिति छह बजकर 32 मिनिट एक सेकंड पर बनेगी।
भोपाल-उज्जैन में ग्रहण
वैधशाला के डॉ. गुप्ता का कहना है कि सूर्यग्रहण की मध्य प्रदेश में अलग-अलग शहरों में अलग-अलग स्थिति बनेगी। भोपाल में ग्रहण की मध्य स्थिति चार बजकर 42 मिनिट चार सेकंड पर बनेगी और यह पांच बजकर 38 मिनिट तक रहेगी लेकिन सूर्यास्त हो जाने से यह नहीं दिखेगी। मगर सूर्यग्रहण का मोक्ष शाम साढ़े छह बजे के बाद ही होगा। इसी तरह उज्जैन में सूर्यग्रहण की मध्य स्थिति चार बजकर 41 मिनिट एक सेकंड पर बनेगी और इस स्थिति को पांच बजकर 38 मिनिट तक देखा जा सकेगा। ग्रहण की मोक्ष स्थिति सूर्यास्त के बाद शाम साढ़े छह बजे के बाद ही बनेगी।
सावधानी बरतें
डॉ. गुप्ता ने आमजन को सूर्यग्रहण को देखने को मना किया क्योंकि इसे सोलर फिल्टर वाले चश्मे से ही देखना उचित होगा। उन्होंने कहा कि इसे नंगी आंखों, वेल्डिंग वाले चश्मे या अन्य चश्मे से देखने पर आंखों के रेटीना पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए सोलर फिल्टरयुक्त चश्मे से ही ग्रहण को देखना सुरक्षित होगा। यह सावधानी अवश्य बरतें।




Leave a Reply