भोपाल लोकसभा चुनाव में अभी कांग्रेस-भाजपा प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पर्चा दाखिल नहीं किया है और वोटों के धुव्रीकरण की शुरूआत होने लगी है। भगवा आतंकवाद-आतंकियों को सम्मान देने वाली भाषा पर भाजपा ने दिग्विजय को घेरकर यह करना शुरू कर दिया है। यहीं तक बात नहीं रुकी, बल्कि कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के निजी जीवन यानी दूसरी की पत्नी को छीनकर लाने का आरोप तक लगाने की शुरुआत है।
भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का नाम घोषित हुए चौबीस घंटे भी नहीं हुए थे कि भोपाल लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के निजी जीवन की परतें खोलने की शुरूआत हो गई। ठाकुर ने पहले कार्यकर्ताओं की बैठक में उनकी रावण के दूसरे (राम) की बीवी के अपहरण करने सीताहरण जैसी घटना का हवाला देकर दिग्विजय के कृत्य को उसके समान बताने का प्रयास किया गया। साथ ही उऩकी दूसरी पत्नी से शादी को अन्य व्यक्ति की पत्नी को छीनकर लाना बताया और कहा कि उसके लिए पति से तलाक करा दिया।
बात यहीं नहीं रुकी है बल्कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने पत्रकारों से चर्चा में उमर अबदुल्ला जैसे नेताओं द्वारा उन पर आरोप लगाने को कहा कि वे लोग तो तिलमिलाएंगे ही। जो लोग आतंकियों को सम्मानित भाषा से बुलाते हैं और उनके कृत्यों को दबाने के लिए हिंदु व भगवा आतंंकवाद का प्रचार करते हैं, वे तिलमिलाएंगे।
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