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श्रीमहाकाल लोक दूसरे चरण के बाद श्रीमहाकाल महालोक नाम होगा, CM का ऐलान

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के महाकाल कॉरीडोर के दूसरे चरण का काम होने के बाद श्री महाकाल लोक को श्री महाकाल महालोक के नाम से जाना जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन के दूसरे चरण के काम का निरीक्षण किया और मेघदूत वन का भूमिपूजन करते हुए यह ऐलान किया। उन्होंने कहा कि कॉरीडोर निर्माण के दूसरे चरण में 10वीं शताब्दी के प्राचीन मंदिर को भी व्यवस्था किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि श्री महाकाल लोक के दूसरे चरण में शिखर दर्शन, ध्यान कक्ष, छोटे रुद्रसागर के जीर्णोद्धार, हेरिटेड धर्मशाला व आध्यामिक वातावरण में सुविधाओं का निर्माण होगा। 47 हेक्टेयर के विशाल परिसर में भारत की आध्यामिक ऊर्जा का एक अलौकिक केंद्र बनाया जाना है। चौहान ने उज्जैन में श्री महाकाल लोक के दूसरे चरण के कामों के निरीक्षण के साथ श्री महाकाल लोक आयोजन समिति के साथ विचार-विमर्श भी किया और उनके सुझावों पर चर्चा की। सीएम ने संतों व समिति के सदस्यों से सुझाव लिए।
देश के प्रमुख लोगों को श्री महाकाल का प्रसाद भेजा जाएगा
सीएम चौहान ने कहा कि वे श्री महाकाल लोक के लोकापर्ण के बाद अब देश के प्रमुख लोगों को पत्र और श्री महाकाल का प्रसाद भेजेंगे। सभी राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्रियों व केंद्रीय मंत्रियों को श्री महाकाल लोक के दर्शन के लिए आमंत्रण भी भेजा जाएगा। यह योजना बनाई जा रही है कि गुड़ी पड़वा से लेकर होली तक देश व दुनिया के लोग श्री महाकाल लोक के दर्शन को आएं।
सीएम की चर्चा में ये सुझाव आए
सीएम चौहान ने आयोजन समिति के सदस्यों, संतों से चर्चा की तो कई महत्वपूर्ण सुझाव भी आए। इसमें कहा गया कि रोजाना के हिसाब से लोगों के आने की जानकारी रखी जाए। एक सुझाव यह भी आया कि जिस गांव से लोग आएंगे वे अपने गांव के कुएं, बावड़ी, नदी का पवित्र जल लेकर आएं और रुद्रसागर में समर्पित करें। महाकाल की परंपराएं बनी रहीं और यह घूमने का स्थान नहीं है, प्रेरणा देने और लेने का पवित्र स्थल है।
मजदूरों व कारीगरों का सम्मान
मुख्यमंत्री ने श्री महाकाल लोक में लगे मजदूरों और कारीगरों का सम्मान भी किया। उन्होंने उनका आभार व्यक्त किया और उनके साथ भोज किया। मजदूरों व कारीगरों व उनके परिजनों की पंगत में सीएम ने भोजन परोसा।
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