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श्रीलंका के बाद इराक मेंअराजकता, राष्ट्रपति भवन-सरकारी इमारतों में घुसी भीड़

श्रीलंका में जिस कदर राजनीतिक संकट के हालात बने थे, उसी तरह इराक में भी परिस्थितियां बन गई हैं। लोगों ने राष्ट्रपति भवन और सरकारी इमारतों में घुसकर उत्पात मचाया तो अमेरिका ने दूतावास खाली करा लिया है। आज भी हालात में सुधार नहीं बताया जा रहा है। अब तक हिंसा में 20 लोगों के मारे जाने की खबर है।
इराक में शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल सद्र ने सियासी संकट दूर नहीं होने से जब राजनीति से सन्यास लेने का ऐलान कर दिया तो वहां हिंसा भड़क गई। सेना ने कर्फ्यू लगाया मगर इससे भी हालात काबू नहीं हो सके। अल सद्र समर्थकों ने हिंसात्मक घटनाएं कीं। राष्ट्रपति भवन के भीतर भीड़ घुस गई और जिस तरह श्रीलंका में भीड़ ने राष्ट्रपति भवन में उत्पात मचाया था, उसी तरह इराक में भी हुआ। भीड़ राष्ट्रपति भवन के स्वीमिंग पूल में कूद गई और वीडियोग्राफी-फोटोग्राफी करने लगी। इराक की सरकारी इमारतों में भी ऐसे ही हुआ जिससे स्थिति लगातार बेकाबू हो गई।
मीडिया में रक्षा विशेषज्ञों ने कहा है कि इराक में राजनीतिक संकट और हिंसा की वजह से तेल की कीमतों पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में असर होगा लेकिन भारत में इसका विशेष असर नहीं होगा क्योंकि भारत का रूस के साथ तेल का सौदा है। विशेषज्ञों ने कहा कि मगर भारत में ही इसके दूरगामी परिणाम होंगे।
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