-
दुनिया
-
अफ्रीकी चीता गामिनी ने छह शावकों को जन्म दिया
-
पं. प्रदीप मिश्रा सीहोरवाले के कुबरेश्वरधाम में महाशिवरात्रि के बाजार सजे, देशभर से आ रहे अनुयायी
-
डॉक्टर ने जर्मनी में पत्नी से देह व्यापार कराने की कोशिश, इंदौर में दर्ज हुआ मामला
-
मध्य प्रदेश में साइबर चाइल्ड पोर्नोग्राफी के हर साल बढ़ रहे मामले, सोशल मीडिया प्लेटफार्म माध्यम
-
मैनिट भोपाल में स्टार्टअप एक्सपो, युवाओं, निवेशकों-ग्राहकों को मिलेगा मंच
-
शिवराज सरकार का अवैध उत्खनन को लेकर चरित्र उजागर: नरेंद्र सलूजा
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि वनपाल पर कार्रवाई करने से स्पष्ट हो गया है कि सरकार का चरित्र दोहरा है, सरकार की अवैध उत्खनन को लेकर नीति व नीयत स्पष्ट हो गई है।
सलूजा ने बताया कि विगत 10 जनवरी को इंदौर जिले के महू वनक्षेत्र के बड़गोंदा वन परिक्षेत्र में अवैध उत्खनन व अवैध सड़क निर्माण मामले में वन विभाग के अधिकारियों द्वारा एक जेसीबी व ट्रैक्टर ट्राली को कार्रवाई कर जप्त किया गया था। सलूजा ने आरोप लगाया कि कार्यवाही के बाद वन परिसर में खड़ी उक्त जेसीबी और ट्रैक्टर ट्राली को प्रदेश की मंत्री उषा ठाकुर व उनके 15-20 समर्थक बलपूर्वक शासकीय कार्य में बाधा डालकर, अवैधानिक तरीके से डकैती डालकर छुड़ाकर ले गए थे, ऐसा आरोप क्षेत्र के डिप्टी रेंजर व वनपाल राम सुरेश दुबे ने पुलिस विभाग को कार्रवाई के लिए दिये अपने आवेदन में लगाया था। उनकी इस साहसिक व ईमानदारी पूर्ण की गई कार्रवाई पर उन्हें शाबाशी मिलने की बजाय और उनके आवेदन पर कार्रवाई करने की बजाय उल्टा शिवराज सरकार ने एक ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी डिप्टी रेंजर राम सुरेश दुबे को का तबादला ही कर डाला, इससे शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता?
सलूजा ने आरोप लगाया कि एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान कहते हैं कि माफियाओं को जमीन में गाड़ दूंगा, टांग दूंगा, लटका दूंगा, छोड़ूंगा नहीं, वह प्रदेश छोड़कर चले जाएं, वही दूसरी तरफ वन क्षेत्र में अवैध उत्खनन कर रहे व अवैध तरीके से सड़क निर्माण कर रहे भाजपा से जुड़े लोगों पर और उस मामले में मंत्री उषा ठाकुर की भूमिका सामने आने के बाद भी उन पर कार्रवाई की बजाय, सरकार ने उल्टा फरियादी डिप्टी रेंजर पर ही कार्रवाई कर डाली?
Leave a Reply