-
दुनिया
-
UNO के आह्वान पर JAYS ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस, जल, जंगल और जमीन के प्रति जागरूक हुए आदिवासी
-
बागेश्वर सरकार की ज़िंदगी पर शोध करने पहुची न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालय की टीम
-
Rahul Gandhi ने सीजफायर को BJP-RSS की सरेंडर की परंपरा बताया, कहा Modi करते हैं Trump की जी हुजूरी
-
ऑपरेशन सिंदूर ने बताया आतंकवादियों का छद्म युद्ध, प्रॉक्सी वॉर नहीं चलेगा, गोली चलाई जाएगी तो गोले चलाकर देंगे जवाब
-
मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर कामलीला, नेताजी की महिला शिक्षक मित्र संग आशिकी का वीडियो वायरल
-
शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार शनिवार को होगा

मध्यप्रदेश के शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल का शनिवार को विस्तार होने के आसार हैं. मंत्रिमंडल में जगह पानेवालों में संभावित नामों में नरसिंहपुर के जालम सिंह सहित ग्वालियर के नारायण सिंह कुशवाह और खरगोन के बालकृष्ण पाटीदार के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं. सुबह 8 बजे चार्टर्ड प्लेन से भोपाल विनय सहस्त्रबुद्धे आएंगे। शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद 10:30 बजे वापस दिल्ली जाएँगे। राज्यपाल आनंदी बेन सुबह 10:30 बजे विमान से अहमदाबाद के लिए रवाना होंगी।इसके पहले दिनभर चले अटकलों के दौर में इंदौर के सुदर्शन गुप्ता या रमेश मेंदोला, अशोक नगर के गोपीलाल जाटव, धार की रंजना बघेल के नाम भी चर्चा में रहे. यही नहीं मंत्री लालसिंह आर्य, हर्ष सिंह और कुशुम सिंह मेहदेले की छुट्टी तक की खबरें उड़ती रहीं. उपचुनाव की आचार संहिता के चलते गोपीलाल जाटव का नाम काटा गया.
बताया जाता है कि राजभवन में आज दिनभर मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारियों का क्रम चला और मीडिया भी वहां की ख़बरों को लेकर उत्सुक रही. आमंत्रण पत्र की छपाई, कारों की संख्या, शपथ के लिए दिए जाने वाले बुलावे आदि की टोह ली जाती रही.
विस्तार का कारण बीमार कैबिनेट भी
मप्र शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल विस्तार का मुख्य कारण बीमार कैबिनेट भी है। सरकार की कैबिनेट के लगभग 6 मंत्री लंबे समय से बीमार हैं और अधिकांश लोगों को हृदय से जुड़ी तकलीफें होना बताया गया है , ज़्यादातर लोग मुम्बई और दिल्ली में इलाज भी करा चुके हैं और इन मंत्रियों के विभाग भगवान भरोसे हैं। सूत्रों की माने तो दिल्ली से कई बार इस मामले पर ध्यान देने को भी कहा गया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान के लिए भी किसी को हटाना और किसी नए को बनाना किसी बड़ी चुनोती से कम नही। जिन लोगों से इस्तीफा लिया जा सकता है, ये सारे लोग अपना पद बचाने फिर से एक बार सक्रिय हो गए।
कांग्रेस की शिकायतें
वहीँ कांग्रेस विस्तार को कोलारस और मुंगावली उपचुनाव की आचार सहिंता से जोड़कर भोपाल से लेकर देहली तक सक्रिय दिखी. भोपाल में जहां पीसीसी चीफ अरुण यादव की नेतृत्व में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में सीईओ सालीना सिंह से मिले तो देहली में सांसद ज्योदितीरादित्य सिंधिया और विवेक तन्खा ने भारत निर्वाचन आयोग मैं शिकायत की कि सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग और आचार सहिंता का उल्लंघन हो रहा है.
Leave a Reply