-
दुनिया
-
Bhopal की Bank अधिकारी की यूरोप में ऊंची चढ़ाई, माउंट Elbrus पर फहराया तिरंगा
-
भोपाल के दो ज्वेलर्स ने बैंकों को गोल्ड लोन में लगाया 26 करोड़ का चूना, यूको बैंक की चार शाखा को ठगा
-
UNO के आह्वान पर JAYS ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस, जल, जंगल और जमीन के प्रति जागरूक हुए आदिवासी
-
बागेश्वर सरकार की ज़िंदगी पर शोध करने पहुची न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालय की टीम
-
Rahul Gandhi ने सीजफायर को BJP-RSS की सरेंडर की परंपरा बताया, कहा Modi करते हैं Trump की जी हुजूरी
-
संस्कृत संस्थान के माध्यम से शासकीय मंदिर, मठ एवं ट्रस्ट के मंदिरों में विद्वान और पण्डित की नियुक्ति
स्कूल शिक्षा मंत्री कुँवर विजय शाह के अनुसार शासकीय मंदिर, मठ एवं ट्रस्ट के मंदिरों में विद्वानों और पण्डितों की नियुक्ति संस्कृत संस्थान के माध्यम से किये जाने का प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेजा जाये।
शाह ने महिला संस्कृत विद्यालय की स्थापना किये जाने के निर्देश पिछले दिनों भोपाल में हुई बैठक में दिये। उन्होंने संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार, उज्जैन की जीवाजी वैधशाला और शासकीय योग प्रशिक्षण केन्द्र के उन्नयन के निर्देश महर्षि पतंजलि विद्या परिषद की बैठक में दिये।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने छात्राओं एवं महिलाओं को पण्डित बनाने के लिये संस्कृत संस्थान को विशेष प्रयास किये जाने के लिये कहा। बैठक में 14 नवीन संस्कृत विद्यालय और 154 पुराने संस्कृत विद्यालय, महाविद्यालय, अशासकीय विद्यालय के नवीनीकरण के प्रस्ताव का भी अनुमोदन किया गया। उन्होंने इन सभी संस्थान का नियमित निरीक्षण किये जाने के लिये कहा। बैठक में तय किया गया कि महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान की वेबसाइट www.mpss.nic.in तैयार की जाये। बैठक में तय किया गया कि शासकीय मंदिर, मठ एवं ट्रस्ट के मंदिरों में विद्वानों और पण्डितों की नियुक्ति संस्कृत संस्थान के माध्यम से किये जाने का प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेजा जाये। बैठक में निर्देश दिये गये कि संस्कृत परीक्षा के लिये परीक्षा-केन्द्र आगामी वर्ष से विकासखण्ड-स्तर पर भी बनाये जायें।
संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार के लिये माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा संस्कृत में ली जाने वाली कक्षा-10 और 12वीं की उत्तरा मध्यमा के प्रावीण्य-सूची के 10 छात्र को समारोह में सम्मानित किये जाने का निर्णय लिया गया। स्कूल शिक्षा मंत्री कुँवर विजय शाह ने खगोलीय वैधशाला, खगोल विज्ञान, ज्योतिष और वास्तु विधा से जन-सामान्य को परिचित करवाने के लिये प्रत्येक जिले में 7 दिवसीय केम्प लगाये जाने के निर्देश दिये।
Leave a Reply