-
दुनिया
-
Bhopal की Bank अधिकारी की यूरोप में ऊंची चढ़ाई, माउंट Elbrus पर फहराया तिरंगा
-
भोपाल के दो ज्वेलर्स ने बैंकों को गोल्ड लोन में लगाया 26 करोड़ का चूना, यूको बैंक की चार शाखा को ठगा
-
UNO के आह्वान पर JAYS ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस, जल, जंगल और जमीन के प्रति जागरूक हुए आदिवासी
-
बागेश्वर सरकार की ज़िंदगी पर शोध करने पहुची न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालय की टीम
-
Rahul Gandhi ने सीजफायर को BJP-RSS की सरेंडर की परंपरा बताया, कहा Modi करते हैं Trump की जी हुजूरी
-
वृक्ष लगाने पर किसानों को मिलेंगे तीन वर्ष तक 20 हजार रुपये प्रति हेक्टर
वन, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार नरसिंहपुर जिले के घाट पिपरिया (महादेव पिपरिया) में नर्मदा सेवा यात्रा में सपत्नीक शामिल हुए। उन्होंने जन-संवाद कार्यक्रम में कहा कि माँ नर्मदा के आचमन योग्य जल को गंदा नहीं होने दें। ऐसा कोई भी कार्य न करें, जिससे माँ नर्मदा का जल अशुद्ध हो।नर्मदा हमारे प्रदेश की जीवन-रेखा है। नर्मदा केवल जल की आपूर्ति ही नहीं करती, बल्कि हमारी सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी मुख्य रूप से नर्मदा पर आश्रित हैं। नर्मदा का प्रवाह अविरल बना रहे, इसके लिए नर्मदा के दोनों तरफ एक- एक किलोमीटर के दायरे में छायादार और फलदार वृक्ष लगाये जायें। उन्होंने कहा वन विभाग जंगल एवं शासकीय भूमि पर वृक्षारोपण करेगा, जो किसान अपनी निजी जमीन पर फलदार वृक्ष लगायेंगे उन्हें शासन की ओर से तीन वर्ष तक 20 हजार रूपये प्रति हेक्टर प्रति वर्ष सहायता दी जायेगी।
नर्मदा सेवा यात्रा में ग्रामीणों के साथ वन मंत्री ने यात्रा पथ का पैदल भ्रमण किया। यात्रा में लोग उत्साह से शामिल हुए और पर्यावरण एवं जल-संरक्षण के लिये प्रेरक नारे लगाये गये। वन मंत्री नर्मदा सेवा यात्रा का ध्वज लेकर और विधायक श्री जालम सिंह पटैल कलश लेकर पैदल चले। इस दौरान ग्रामवासियों ने जगह- जगह पुष्प-वर्षा और पूजा- अर्चना कर सेवा यात्रा का स्वागत किया।
Leave a Reply