मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के बीच जुबानी जंग में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पटना की विपक्षी एकता पर हमला करते हुए विपक्ष को मेंढक, सांप और बंदर कहकर पुकारा। सीएम चौहान की इस टिप्पणी पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने उन्हें मर्यादा का पाठ याद कराया। पढ़िये जुबानी जंग में शिवराज-कमलनाथ की टक्कर।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पटना में विपक्ष की संयुक्त बैठक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बाढ़ के कारण एक पेड़ पर मेंढक, सांप, बंदर बैठने का उदाहरण देते हुए विपक्षी एकता की उससे तुलना की। उन्होंने लालूप्रसाद यादव की राहुल गांधी की शादी की सलाह पर कहा कि दूल्हा कौन है, बारात कौन है, इसका अब तक ठिकाना नहीं है। वहीं, प्रदेश में कमलनाथ के सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों को चेतावनी देने के अंदाज पर भी शिवराज ने कहा कि कमलनाथ की चक्की कभी दिग्विजय सिंह को पीसती है तो कभी अरुण यादव तो कभी अजय सिंह को। 15 महीने उन्होंने मध्य प्रदेश की जनता को भी ऐसे ही पीसी। सीएम शिवराज यहीं नहीं रुके बल्कि कहा कि कमलनाथ की चक्की प्रदेश को तबाही के लिए पीसती है तो अब वो किसी को भी बुला लें कोई फर्क नहीं पड़ता है।
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज ने मर्यादा को तार-तार किया
सीएम चौहान की इन टिप्पणी पर सोशल मीडिया के माध्यम से जवाब दिया है। उन्होंने शिवराज सिंह चौहान को मर्यादा का पाठ याद कराया। कहा कि आप विपक्ष को बंदर कहेंगे तो जनता हमें भगवान राम की वानर सेना समझेगी जिसने रावण की पाप की लंका ध्वस्त कर दी थी। आप सांप कहेंगे तो जनता हमें भगवान शिव का कंठहार समझेगी। कमलनाथ ने कहा कि आप इसी तरह गाली-गलौज करते रहिए लेकिन वे सत्य व मर्यादा का रास्ता नहीं छोड़ेंगे।
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