विदेशों में दो साल से ज्यादा समय तक रहने वाले पासपोर्टधारकों के साथ सीमा शुल्क के अधिकारियों ने मिलीभगत कर इंपोर्ट के सामान में सरकार को मिलने वाली राशि का नुकसान किया। सीमा अफसरों और निजी व्यक्तियों का यह गठजोड़ काफी समय से चल रहा था जिसका भंडाफोड़ सीबीआई ने किया है। मध्य प्रदेश के खरगोन सहित देश के करीब सात स्थानों पर छापे मारे गए हैं।
जानकारी के मुताबिक इस गठजोड़ में सीमा शुल्क के डिप्टी कमिश्नर दिनेश धुलदिया और सुभाष चंद्रा के अलावा निजी व्यक्तियों में सुधीर पेडेकर और आशीष कामदार सहित कई अन्य लोग भी शामिल हैं। धुलदिया और सुभाष चंद्रा जब मुंबई के यूबी जेएनसीएच में डिप्टी कमिश्नर थे तब उन्होंने इस गठजोड़ के साथ मिलकर आयात होने वाली घरेलू सामान, इलेक्ट्रॉनिक सामान और अन्य चीजों का कम मूल्याकंन और काफी सामान छिपाकर लाभ अर्जित किया जाता था। इससे सरकार को सीमा शुल्क का काफी नुकसान होता रहा।
डिप्टी कमिश्नर धुलदिया व सुभाष चंद्रा गिरफ्तार
सीबीआई ने इस मामले में दो अलग-अलग केस बनाए हैं जिसमें एक केस में धुलदिया और दूसरे में सुभाष चंद्रा के साथ सुधीर पेडेकर व आशीष कामदार सहित अन्य अज्ञात आरोपियों को शामिल किया गया है। आज सीबीआई ने इन मामलों में देशभर में सात स्थानों पर छापे मारे हैं। मुंबई, नवी मुंबई के अलावा बिहार के पटना व समस्तीपुर और मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में छापे मारे गए हैं। इन स्थानों पर आपत्तिजनक दस्तावेजों के अलावा कई वस्तुएं भी बरामद हुईं।
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