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विकास यात्रा में गांधी के आजादी में योगदान पर सवाल उठती कविता का पाठ, विधायक ने दी शाबासी

मध्य प्रदेश में भाजपा विकास यात्रा निकाल रही है लेकिन सिवनी में भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन की मौजूदगी में एक बालक ने देश की आजादी में गांधी के योगदान पर सवाल उठाने वाली कविता का पाठ किया। कविता सुनकर मौजूद लोगों ने तालियां बजाईं तो विधायक ने बच्चे को शाबासी दी। अब इस कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस ने भाजपा को घेरते हुए शर्मनाक घटना बताई।
सिवनी में विकास यात्रा का एक स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें एक बच्चे का कविता पाठ कराया गया। यह बालक गांधी के चरखे से मिली आजादी को न केवल झूठा बताता है बल्कि उनके दैनिक उपयोगी सामग्री को संग्रहालय में रखे जाने पर भी सवाल खड़े करता है। बालक के कविता पाठ पर मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया और उसकी बातों का समर्थन किया। इन लोगों में विधायक दिनेश राय भी शामिल थे जिन्होंने बच्चे को बुलाकर शाबासी भी दी।
कविता पाठ में जो छह पंक्तियां बालक ने पढ़ीं वे कुछ इस प्रकार हैंः
- जलती रहीं नारियां जौहर में, गांधीजी फिर भी मौन थे,
हमें सिखाया गया कि अकबर महान तो फिर महाराणा प्रताप कौन थे।
- अरे सड़ती रहीं सड़कों पर लाशें, गांधी फिर भी मौन थे,
हमें सिखाया गया कि गांधी के चरखे से आजादी आई, तो फिर फांसी पर चढ़ने वाले 25-25 साल के नौजवान कौन थे।
- अरे आज भी उन रस्सी को संग्रहालय में सजा कर रखीं, जिसे गांधीजी अपनी बकरी को बांधा करते थे,
कहां गईं वो रस्सियां जिस पर भगतसिंह-सुखदेव हंसते-हंसते झूले थे।
- अरे हालात ए मुल्क देखकर रोया न गया, कोशिश तो की मुंह ढंककर सोने की सोया न गया,
जाने कितने फांसी पर झूले थे, कितनों ने गोली खायी, क्यों झूठ बोलते हो साहब, चरखे से आजादी आई।
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