मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विकास पर्व में आज देवास जिले के खातेगांव में जनदर्शन कार्यक्रम में जनसैलाब उमड़ा। सीएम ने इसके बाद आयोजित सभा में कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में जनहितैषी योजनाओं के बंद किए जाने के आरोप लगाए और कहा कि कमलनाथ गरीबों का दर्द नहीं जाते क्योंकि वे उद्योगपति हैं। पढ़िये विकास पर्व में आज सीएम ने कैसे कमलनाथ को घेरा।
देवास जिले के खातेगांव की सड़क पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब खुली गाड़ी में निकले तो हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। फूलों से सजी गाड़ी में सीएम और अन्य नेता खड़े होकर लोगों का अभिवादन कर रहे थे। काफिले में पैदल चल रही लोगों की भीड़ के अलावा वाहनों की लंबी कतार भी थी। शिवराज सिंह चौहान ने लोगों पर फूलों की बारिश भी की।
सभा में कमलनाथ को करप्शन नाथ बताया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को करप्शन नाथ कहा और कहा कि बैगा, भारिया और सहरिया बहनों को जो एक हजार रुपए देते थे, वह कमलनाथ ने बंद कर दिए थे। किसानों को जीरो परसेंट ब्याज का कर्ज खटाई में पड़ गया था क्योंकि कमलनाथ ने कर्ज माफ के वादे को पूरा नहीं किया और जब दोबारा सरकार में आए तो उन्होंने 2200 करोड़ का किसानों का कर्ज भरा है।
बेटे-बेटियों के लिए योजनाएं गिनाईं
मुख्यमंत्री चौहान ने सभा में बेटे-बेटियों के लिए उनकी योजनाओं के बारे में बताया और कहा कि जो भी बेटा या बेटी 75 फीसदी नंबर लाएगा उसके खाते में लैपटॉप के लिए 25 हजार रुपए डाले जा रहे हैं। कमलनाथ सरकार ने लैपटॉप योजना को बंद कर दिया था। पांचवीं और छठवीं पास बच्चों को साइकल से जाने के लिए साढ़े चार हजार रुपए उनके खाते में डाले जा रहे हैं तो आठवीं पास कर नौवीं में पहुंचे बच्चों के खाते में भी साढ़े चार हजार रुपए पहुंचा रहे हैं। हायर सेकंडरी में जो बच्चा फर्स्ट नंबर आता है उसे स्कूटर-स्कूटी दी जा रही है।
तेंदूपत्ता तोड़ने वाले गरीबों के लिए जूते-चप्पल
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ तो उद्योगपति हैं और उन्हें गरीबों का दर्द पता नहीं है। तेंदूपत्ता तोड़ने वाली गरीब बहनों के लिए जूते व चप्पल के साथ पीने के पानी की कुप्पी व बरसात से बचाव के लिए छाता भी सरकार दे रही है। चौहान ने कहा कि करप्शन नाथ को यह पसंद नहीं है और वे कह रहे हैं कि जूते का उपयोग शिवराज को ही करना है। उन्होंने तंज कसा कि मगर कमलनाथ क्या जानें जूते का महत्व। उन्होंने तो संबल योजना बंद कर दी थी और एक्सीडेंट में मर जाने वाले के परिवार को जो चार लाख रुपए दिए जाते थे वह कमलनाथ ने सरकार में आते ही बंद कर दिए। उन्होंने प्रसव के समय महिलाओं को जो आर्थिक सहायता दी जाती थी, उसे भी बंद कर दिया था। तीर्थदर्शन योजना को बंद करा दिया था लेकिन अब ट्रेन से ही नहीं हवाई जहाज से भी तीर्थ दर्शन कराए जा रहे हैं।
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