रेंजर का IFS को धमकी देने वाला ऑडियो वायरल… ऐसा उलझाउंगा कल्पना नहीं कर पाओगे!

मध्य प्रदेश के वन विभाग में आईएफएस अधिकारियों पर एक रेंजर भारी पड़ रहा है। बैतूल के रेंजर सुनील जैन का एक ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे एक आईएफएस अधिकारी सीसीएफ अनिल सिंह को धमकाते हुए सुनाई दे रहे हैं। वायरल ऑडियो में जिस आवाज को रेंजर की बताया जा रहा है, वह कह रहा है कि उसने मीना, सुबुद्धि, उचाड़िया को परेशान किया, आपको भी नहीं छोड़ूंगा। चार महीने पुराना यह ऑडियो वायरल होकर अब वन मुख्यालय और मंत्रालय के गलियारों में गूंज रहा है जिस पर एसीएस जेएन कंसोटिया ने वन बल प्रमुख आरके गुप्ता को जांच के निर्देश दिए हैं।

बताया जाता है कि चर्चित रेंजर सुनील जैन इस समय बैतूल अनुसंधान एवं विस्तार में पदस्थ है। उसका सर्विस रिकॉर्ड अच्छा नहीं है और अपने वरिष्ठ अधिकारियों से भिड़ने का आदी बताया जाता है। सीहोर में पदस्थ रहते हुए इनके कृत्य के कारण वर्तमान एपीसीसीएफ विकास और तत्कालीन डीएफओ यूके सुबुद्धि अभी तक लोकायुक्त जांच से घिरे हुए हैं। पूर्व पदेन सीएफ रहे मोहन मीणा ने सुनील जैन को निलंबित किया था लेकिन कोर्ट से स्टे आर्डर लेकर वह बहाल हो गया। उसके बाद जैन मीणा भी निलंबित हो गए और उनके निलंबन के पीछे भी सुनील जैन की भूमिका बताई गई। हालांकि अब मीणा बहाल होकर मुख्यालय में पदस्थ हैं।
सीसीएफ अनिल को शिकार बनाने की कोशिश
रेंजर सुनील जैन ने सीसीएफ अनिल कुमार सिंह को बैतूल अनुसंधान एवं विस्तार की पदस्थापना के दौरान उसी तरह शिकार बनाने की कोशिश की थी। वायरल हो रहे ऑडियो में कुछ इसी तरह की कोशिश के साक्ष्य सामने आते नजर रहे हैं। हालांकि अनिल कुमार सिंह अभी सागर में पदस्थ हैं लेकिन वायरल वीडियो में रेंजर व उनके बीच के वार्तालाप से यह स्पष्ट है कि वे भी सुनील जैन के वरिष्ठ अधिकारियों को धमकाकर काम करने की कार्यप्रणाली से बच नहीं सके थे।
सुनील-अनिल के वायरल ऑडियो में यह है मुद्दा…
वायरल हो रहा ऑडियो अगस्त 22 का बताया जा रहा है। 12 मिनट के ऑडियो में सुनील जैन सीसीएफ अनिल सिंह को खुली चुनौती देते हुए यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि ‘आप स्टाफ को पैसे के लिए बुला रहे हो. न तो पूरा पेमेंट कर रहे हो और नर्सरी का पेमेंट कम दरों से कर रहे हो. मैं अपने किसी भी नर्सरी से पेमेंट नहीं होने दूंगा. आपके खिलाफ में एफआईआर दर्ज करा रहा हूं. लोकायुक्त में आपको ऐसा उलझाऊंगा कि आप कल्पना भी नहीं कर पाओगे. भाड़ में जाए नौकरी साल भर बची है. आपने निशुल्क पौधे बंटवाया और बांस के राईजेम गायब करवा दिए, उसकी वसूली करवाऊंगा. लोकायुक्त ने बुलाया था. मैं अपने बयान दर्ज करा आया हूं…’ इस पूरे ऑडियो में सी सीएफ अनिल सिंह की दो बार ही आवाज सुनाई दी, जिसमें वह सिर्फ दो बार यह कहते हुए सुने गए ठीक है करवा लेना।
जांच के लिए बनाई गई कमेटी
अपर मुख्य सचिव कंसोटिया के निर्देश पर वन बल प्रमुख आरके गुप्ता ने 2 सदस्य जांच कमेटी गठित की है. अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक ग्रीन इंडिया मिशन एसपी शर्मा और अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्य आयोजना क्षेत्रीय श्रीमती कोमोलिका मोहंता को शामिल किया गया है. जांच कमेटी ऑडियो की सत्यता और चर्चा के बिंदुओं पर जांच करेगी।
जैन के खिलाफ बर्खास्तगी का प्रस्ताव भी लंबित
वन विभाग की शिकायत एवं सतर्कता शाखा में अब तक जितने भी मुखिया बनाए गए, वे सभी जैन के खिलाफ कार्रवाई करने के प्रस्ताव भेजे एक पर भी कार्यवाही नहीं हुई. जैन के खिलाफ कार्रवाई के प्रस्ताव प्रशासन 2 से लेकर मंत्रालय तक डंप हो जाता रहा है. शिकायत एवं सतर्कता शाखा में रहे अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक पद से अरुण कुमार ने तो उसके बर्खास्तगी का प्रस्ताव भेजा था, उस पर भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
बैतूल अनुसंधान एवं विस्तार में गड़बड़झाला
ऑडियो से यह स्पष्ट हो गया कि बैतूल अनुसंधान एवं विस्तार में गड़बड़झाला है. आरएंडी में पदस्थ रहते हुए सुनील जैन के खिलाफ कई गंभीर शिकायतें भी शिकायत एवं सतर्कता शाखा से की गई किंतु राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते कोई बड़ी कार्यवाही नहीं हुई. सागौन बीज खरीदी को लेकर सीसीएफ एके सिंह रेंजर जैन के खिलाफ विभाग जांच शुरू करा दी थी. मैदानी अमला बताता है कि मजदूरों के भुगतान में बड़ी हेरफेर होती आ रही है।
रेंजर खिलाफ कर्मचारियों में असंतोष
रेंजर सुनील जैन के खिलाफ स्थानीय कर्मचारियों ने भी मोर्चा खोल दिया है. कर्मचारियों का आरोप है कि जैन राजनीतिक रसूख रखते हैं और कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित भी करते हैं. मुख्य वन संरक्षक बैतूल को सौपे गए ज्ञापन में कर्मचारियों का यह भी आरोप है रेंजर सुनील जैन 5 साल से पदस्थ हैं. अपने प्रभाव वाली नर्सरियों में मातहत कर्मचारियों पर दबाव डालकर फर्जी प्रमाणिक तैयार करवाते आ रहे हैं और फर्जी प्रमाण के भुगतान कराने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों पर दबाव बनाए जा रहे हैं. 2021 में इनके खिलाफ जांच बैठाई गई थी. जांच में गड़बड़ी पाए जाने के बाद भी खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई. गंभीर जनक पहलू यह है कि सुनील जैन के खिलाफ कार्रवाई करने संबंधित नोटशीट मंत्रालय से गायब होना बताई जा रही है.
इनका कहना
‘ऑडियो मैंने भी सुना है. मैंने वन बल प्रमुख को जांच कराने के निर्देश दिए हैं. जांच प्रतिवेदन आने के बाद कठोर कार्रवाई की जाएगी.’
जेएन कंसोटिया एसीएस, वन
‘ मैं रेंजर के खिलाफ मानहानि का नोटिस दूंगा. पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर उसके खिलाफ ब्लैकमेलिंग का अपराध दर्ज कराऊंगा.’
अनिल कुमार सिंह सीसीएफ सागर

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