सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में गठित भाजपा सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। हालांकि इस मौके पर प्रमख विपक्षी दल कांग्रेस का एक भी विधायक मौजूद नहीं था।
विधानसभा का चार दिन के सत्र की सूचना सोमवार की रात को जारी की गई और सभी विधायकों को एसएमएस के माध्यम से इसकी सूचना भेजी गई। हालांकि अलसुबह तक विधायकों को इसकी सूचना नहीं मिली। सुबह जब विधायकगण जागे तब मोबाइल पर विधानसभा सचिवालय का सत्र की सूचना का एसएमएस पाया। शिवराज सिंह चौहान ने ध्वनि मत से विश्वास हासिल किया। शिवराज सरकार में विश्वास जताने वाले विधायकों में भाजपा के 107 एमएलए के साथ बसपा-सपा और दो निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं। इस प्रकार 112 विधायकों ने सरकार में विश्वास जताया है जबकि विश्वास मत के लिए 104 की जरूरत थी।
Leave a Reply