उज्जैन के महाकाल लोक में आंधी में गिरी सप्तऋषि की मूर्तियां पर राजनीति गरमाती जा रही है। कांग्रेस इस मुद्दे पर भाजपा की शिवराज सरकार पर आरोप लगाया कि धर्म के नाम पर लूट की तो इसके जवाब में आज नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सरकार की ओर से कांग्रेस पर पलटवार किया। मंत्री ने कहा कि अगर महाकाल लोक में भ्रष्ठाचार हुआ है तो कमलनाथ सरकार के समय यह टेंडर स्वीकृत हुआ व उसका भुगतान हुआ, उनके शासन में हुआ होगा। महाकाल लोक में किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार से उन्होंने इनकार किया और कांग्रेस पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया। महाकाल लोक मूर्तियां गिरने की घटना की कांग्रेस ने हाईकोर्ट की देखरेख में जांच कराए जाने की मांग उठाई।
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर परिसर के पास स्थित महाकाल लोक में तेज आंधी के बीच सप्तऋषि की मूर्तियां गिरने की आपदा पर इन दिनों राजनीति गरमाई हुई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस मुद्दे पर भाजपा की शिवराज सरकार पर घटना के बाद से ही हमला किया हुआ है और इसे धर्म-आस्था के साथ सरकार का खिलवाड़ बताया। कांग्रेस ने कहा कि भगवान शंकर ने तीसरा नेत्र खोलकर भ्रष्टाचार को उजागर किया। पार्टी ने सोमवार को एक कमेटी बनाकर घटना की जांच करते हुए मीडिया के माध्यम से तथ्य सार्वजनिक करने की कार्रवाई की। वहीं, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने आंधी से महाकाल लोक की मूर्तियां गिरने की घटना को हनुमानजी से जोड़ा है और कहा कि पवनपुत्र ने तेज हवा चलाकर भ्रष्टाचार की पोल खोल दी।
शिवराज सरकार की सफाई
शिवराज सरकार की तरफ से आज मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सफाई दी और कहा कि महाकाल लोक में एफआरपी से बनीं 100 से ज्यादा मूर्तियां लगी हैं। इतनी विशाल मूर्तियां पत्थर से बनाने में कई साल लगते हैं और इसलिए एफआरपी की मूर्तियां ही स्थापित की जाती हैं। यह महाकाल लोक के अलावा देश के अन्य कई स्थानों पर भी लगी हैं। महाकाल लोक का विचार शिवराज सरकार के पिछले कार्यकाल में आया था लेकिन इसके बाद कमलनाथ सरकार के आने पर उसके टेंडर स्वीकृति, दो किस्त के भुगतान की प्रक्रिया हुई। महाकाल लोक में कहीं कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है और अगर हुआ होगा तो वह कमलनाथ सरकार में हुआ होगा। उस समय उज्जैन के प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा थे और तत्कालीन मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को महाकाल लोक पूरी जानकारी होगी। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस इस मामले में गंदी राजनीति कर रही है और उसे लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने के लिए माफी मांगना चाहिए।
दिल्ली में कांग्रेस ने उठाई हाईकोर्ट की देखरेख में जांच की मांग
कांग्रेस इस मुद्दे को यूं ही नहीं जाने देना चाहती है। अब उसने इस मुद्दे को दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के माध्यम से प्रेस कांफ्रेंस कर उठाया है। मध्य प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश अग्रवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता अभय दुबे ने इस मामले में शिवराज सरकार को लोगों की आस्था से खिलवाड़ का आरोप लगाया और मांग की कि पूरे मामले की हाईकोर्ट की देखरेख में जांच कराई जाए। साथ ही आश्वास्त किया कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस बनते ही महाकाल लोक में प्रतिमाओं को अच्छे पत्थरों पर तराश कर स्थापित किया जाएगा। सनातन धर्म में खंडित प्रतिमाओं को दोबारा नहीं स्थापित किया जाता है जो भाजपा की शिवराज सरकार कर रही है।
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