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भोपाल मेला सर्वधर्म समभाव का प्रतीक और भोपाल की पहचान: चौहान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल मेला सर्वधर्म समभाव का प्रतीक और भोपाल की पहचान है। यह आम आदमी के आनंद और उत्सव का कार्यक्रम है, जो लोगों में आपसी स्नेह और आत्मीयता को बढ़ाता है। चौहान आज भोपाल मेला उत्सव समिति के तत्वावधान में आयोजित भोपाल मेला शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिंदगी के रूटीन से अलग कुछ क्षण जीवन मे आनंद और प्रसन्नता का संचार करते हैं। नई ऊर्जा भरते हैं। उन्होंने कहा कि भोपाल मेला उत्सव की परम्परा आम आदमी के आनंद पर केन्द्रित है। उन्होंने स्वर्गीय रमेशचंद अग्रवाल चेयरमेन भास्कर समूह का स्मरण करते हुए कहा कि मेला उनकी दूरदर्शिता का परिणाम है। इसने भोपाल को पहचान दी है। उन्होंने भोपाल मेले का अवलोकन किया। झांकी की सराहना की।
महामंत्री मेला उत्सव समिति संतोष अग्रवाल ने बताया कि मेले को भव्य स्वरूप देने का प्रयास किया गया है। गत वर्ष की संख्या 500 से बढ़कर 600 स्टॉल लगे हैं। झांकी, फूड स्टाल, झूले आदि मनोरंजन के साधन उपलब्ध करवाये गए हैं। कार्यक्रम में मेला उत्सव समिति के अध्यक्ष मनमोहन अग्रवाल ने आभार प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री को समिति द्वारा स्मृति-चिन्ह प्रदान किया गया।
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