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भारत को एक आकर्षक फिल्मांकन गंतव्य स्थल बना दिया है: कर्नल राठौर
सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री, कर्नल राज्यवर्धन राठौर ने कहा है कि विदेशी फिल्म निर्माताओं को वीजा की नई श्रेणी देना उनके लिए इस देश में प्रवेश से संबंधित मुद्दों को आसान बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम था। फिल्म वीज़ा और फिल्म सुविधा कार्यालय (एफएफओ) की स्थापना का उद्देश्य भारत को दुनिया के लिए एक आकर्षक फिल्मांकन गंतव्य के रूप में बढ़ावा देना है। कर्नल राठौर ने ऐसा रूस के दूरसंचार और मास कम्युनिकेशन मंत्री श्री एलेक्सी वोलिन की अगुवाई में आज रूसी प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात के दौरान यह बात कही।
विचार-विमर्श के दौरान कर्नल राठौर ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा मुंबई में स्थापित किए जाने वाले एनिमेशन, दृश्य प्रभाव, गेमिंग और कॉमिक्स (एवीजीसी) के लिए राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र के बारे में प्रतिनिधिमंडल को जानकारी दी। उन्होंने एनिमेशन, ग्राफिक्स और दृश्य सामग्री के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच संभावित सहयोग का पता लगाने के बारे में भी सहमति व्यक्त की। विभिन्न लक्षित दर्शकों, विशेष रूप से बच्चों और युवा पीढ़ी के लिए सामग्री निर्माण और सामग्री वितरण तंत्र के क्षेत्र के बीच सहयोग करने के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया।
उन्होंने दोनों देशों के मध्य सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम के रूप में फिल्मों की भूमिका के बारे में विचार-विमर्श करते हुए फिल्म समारोह के माध्यम से एक-दूसरे के देश की फिल्मों के प्रदर्शन के बारे में जोर दिया। फिल्म बाजार के क्षेत्र में राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम और रूसी संघ के क्षेत्र के समकक्ष के मध्य संभावित सहयोग के बारे में विचार-विमर्श किया गया।
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