मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर के अमलाहा में जातिवाद-छुआछूत का एक मामला सामने आया है जिसे प्रशासन तो असत्य करार दे रहा है लेकिन एक भंडारे में अलग-अलग टेंटों में सवर्णों-दलितों को बैठाए जाने के आरोप लगे हैं। यह मामला सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है और इसलिए यह गंभीर मामला माना जा रहा है।
राजधानी भोपाल से सटा सीहोर जिला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला है। जिले में भोपाल-इंदौर राजमार्ग पर अमलाहा कस्बा है जहां का यह मामला बताया जा रहा है। इस कस्बे में एक हनुमान मंदिर पर कई सालों से भंडारे का आयोजन हो रहा है। इस साल भी भंडारा आयोजित किया गया था जिसके लिए कई टेंट की व्यवस्था की गई।
सवर्णों-दलितों के लिए अलग-अलग भोजन व्यवस्था
भंडारे में पहुंचे लोगों ने भोजन प्रसादी के लिए अलग-अलग टेंटों की व्यवस्था को लेकर कुछ गंभीर आरोप लगाए हैं। भोजन प्रसादी वितरण कर रही टीम के कुछ लोगों ने कुछ लोगों से चर्चा में यह कहा है कि वे जिस टेंट में भोजन प्रसादी दे रहे हैं वहां मालवीय समाज के लोगों के लिए व्यवस्था की गई है जबकि बड़े लोगों के लिए दूसरे टेंट में भोजन प्रसादी का इंतजाम किया गया है।
जय भीम के नारे लगे
अमलाहा में हनुमान मंदिर की इस भोजन प्रसादी में जातिवाद-छुआछूत का आरोप लगाते हुए जय भीम के नारे भी लगाए गए। नारेबाजी करने वालों का आरोप है कि वे भी हिंदू हैं तो उन्हें सबके साथ बैठाकर भोजन करने का अधिकार है और आंबेडकर के समानता के अधिकार को लागू किया जाए। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक से भी संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी है। अगर यह इस वायरल खबर में जरा सी भी सत्यता है तो प्रशासन को सख्ती के साथ कदम उठाना चाहिए जिससे दोबारा ऐसे प्रयास नहीं हो सकें।
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