मध्य प्रदेश के सीधी जिले में आदिवासी युवक पर पेशाब करने के आरोपी प्रवेश शुक्ला का वीडियो वायरल होने के बाद चारों तरफ घटना की आलोचना होने के बाद रातों-रात एफआईआर दर्ज की गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा इस मामले में डेमेज कंट्रोल में जुट गए हैं लेकिन कांग्रेस भी कोई मौका छोड़ना नहीं चाहती और उसने सोशल मीडिया से लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर फिलहाल सरकार को घेर रखा है।
सीधी के भाजपा विधायक केदार शुक्ला के प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला की आदिवासी युवक पर पेशाब करती वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा बैकफुट पर नजर आ रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक व आदिवासी समाज के कांतिलाल भूरिया का आरोप है कि घटना पुरानी है और अब तक यह दबी हुई थी। उन्होंने कहा कि आदिवासियों का इस तरह का अपमान सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर सामने आया है जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाषणों में आदिवासी समाज की भलाई की बातें करते रहते हैं। इसी तरह आदिवासी युवाओं के संगठन जयस के नेता व विधायक डॉ. हीरालाल अलावा ने भी भाजपा सरकार को घेरते हुए सुप्रीम कोर्ट-हाईकोर्ट से स्वतः संज्ञान लेने तथा राष्ट्रपति से मध्य प्रदेश सरकार को आदिवासियों के हितों के संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश देने की मांग की है। साथ ही आदिवासियों के हितों की संरक्षण के लिए आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
सीएम चौहान का डेमेज कंट्रोल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को इस घटना के संज्ञान में आने के बाद गंभीरता से लेते हुए पुलिस-प्रशासन को सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। चौहान ने रात को ही कहा था कि अपराधी की कोई जाति या धर्म नहीं होता है। उन्होंने आरोपी के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई करने को कहा और जो भी सख्त कार्रवाई हो सकती है, उसके निर्देश दिए। वीडी शर्मा के साथ बैठकर सीएम ने मामले पर नजर रखी। इसमें निगम अध्यक्ष रामलाल रोतेले के नेतृत्व में विधायक शरद कौल व अमरसिंह, पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष कांतिदेव सिंह की कमेटी जांच करेगी। सीएम के निर्देशों के बाद न केवल रात को ही विशेष टीम का गठन हुआ बल्कि रात दो बजे उसकी गिरफ्तारी भी हो गई। सुबह उसके अतिक्रमणों के लिए प्रशासन की टीम भी जुट गई।
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