भारत के रॉकेट पी.एस.एल.वी. ने आज सवेरे आधुनिक भू पर्यवेक्षण उपग्रह हाईसिस को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में प्रक्षेपित कर दिया है। यह प्रक्षेपण श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से सवेरे 9 बजकर 57 मिनट 30 सैकेंड पर किया गया। पी.एस.एल.वी. आठ देशों का एक माइक्रो उपग्रह और 29 नैनो उपग्रह भी लेकर गया है। इनमें एक माइक्रो उपग्रह सहित 23 उपग्रह अमरीका के हैं। इनके अलावा एक- एक ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, कोलम्बिया, फिनलैंड, मलेशिया, नीदरलैंड और स्पेन का है। हाईसिस अनेक फ्रिक्वेंसियों से समूची पृथ्वी की तस्वीरें भेजेगा। इसका वजन 380 किलोग्राम है और यह पांच वर्ष से अधिक समय तक काम कर सकता है।
बहुउद्देशीय रॉकेट पी.एस.एल.वी.- सी43, धुंआ छोड़ता हुआ तेज आवाज के साथ अंतरिक्ष में प्रवेश कर गया। लगभग साढ़े 17 मिनट में, इसने 6 सौ 36 किलोमीटर की ऊंचाई पर सबसे पहले हाइसिस को ध्रुवीय सूर्य-समकालिक कक्षा में स्थापित कर दिया। इसके बाद प्रक्षेपण यान ने लगभग 507 किलोमीटर की ऊंचाई पर दूसरी कक्षा तक पहुंचने के लिए एक घंटे और पैंतीस मिनट का समय लिया। फिर इसने तीस उपग्रहों को एक के बाद एक करके अंतरिक्ष में छोड़ दिया। आज के इस सफल अभियान ने अंतरिक्ष की ‘दो कक्षाओं’ में उपग्रह स्थापित करने की इसरो की विशेषज्ञता को एक बार फिर से प्रदर्शित किया है।
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