प्रधानमंत्री सुनिधि योजना जिसमें गरीबों को स्ट्रीट वेंडर्स ,पथ कर विक्रेता , फेरी वालों को रुपए 10000, 20000 ,50000 का बिना ब्याज का ऋण दिया जाता है लेकिन ग्वालियर में इस ऋण को पाने में पात्र हितग्राहियों को बैंक में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस बारे में नगर निगम को जानकारी लगी तो अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता व निगम के सभापति मनोज तोमर ने बैंक में गांधीगिरी से हितग्राहियों के पक्ष में धरना दिया। वहां सफाई के लिए पोंछा लगाया। इस गांधीगिरी के बाद बैंक ने हितग्राहियों को ऋण राशि के चैक प्रदान किए। पढ़िये रिपोर्ट।
नगर निगम अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता और निगम के सभापति मनोज तोमर को पीएम स्व निधि के हितग्राहियों ने आज शिकायत की थी कि उन्हें भारतीय स्टेट बैंक की कंपू शाखा में छह महीने से परेशान किया जा रहा है। पीएम निधि के ऋण नहीं दिया जा रहा है जबकि वह इसके लिए कई बार चक्कर लगा चुके हैं।हितग्राहियों द्वारा नगर निगम के अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता को अपने वीडियो के कथन भी दिए गए। इसके पश्चात नगर निगम के अपर आयुक्त नोडल ऑफिसर सुश्री मिनी अग्रवाल एवं अन्य स्वास्थ्य के अमले को लेकर बैंक शाखा पहुंचे। इस सूचना पर वहां नगर निगम के सभापति मनोज तोमर भी पहुंच गए। सभापति व अपर आयुक्त द्वारा ब्रांच मैनेजर नरेश कुमार जालान से कहा गया कि जब तक आपके द्वारा इन 310 बैंक के पीएम निधि हितग्राहियों को ऋण नहीं दिया जाएगा तब तक वह बैंक से नहीं जाएंगे।
सफाई कर गांधीगिरी
निगम के सभापति मनोज तोमर द्वारा बैंक में जो गंदगी थी उसकी भी सफाई करके गांधीगिरी दिखाई गई और पोंछा भी लगाया। अपर आयुक्त ने भी बैंक शाखा में पोंछा लगाकर गांधीगिरी दिकाई जिससे बैंक प्रबंधन हितग्राहियों के प्रति संवेदनशील हो सकें। उनको बिना किसी परेशान किए ऋण राशि दें। इसकी जानकारी भारतीय स्टेट बैंक के रीजनल मैनेजर पंकज सिंह को मिली तो उन्होंने बैंक मैनेजर को तत्काल सभी हितग्राहियों को ऋण देने के निर्देश दिए। बैंक यूनियन के अध्यक्ष अनूप राणा ब्रांच में पहुंच गए और उनके द्वारा भी बैंक मैनेजर नरेश जालान की गलती पाई गई। गौरतलब है कि ग्वालियर नगर निगम सीमा में सभी ब्रांच में 12,000 से अधिक के प्रकरण पीएम सुनिधि के लंबित हैं जिनको बैंक द्वारा परेशान किया जा रहा है।
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