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नशामुक्ति अभियान के शुभारंभ पर सीएम का ऐलान, प्रदेश में हुक्का लॉउंज नहीं चलेंगे

राज्य व्यापी नशामुक्ति अभियान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया कि अब प्रदेश में कहीं भी हुक्का लाउंच का संचालन नहीं हो सकेगा। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय को नशामुक्त मध्य प्रदेश बनाने का संकल्प दिलाया और कहा कि सरकार व समाज मिलकर प्रदेश को नशामुक्त बनाएंगे।
भोपाल के लालपरेड मैदान पर आज गांधी जयंती के मौके पर आयोजित राज्य व्यापी नशामुक्ति अभियान कार्यक्रम में चौहान ने कहा कि प्रदेश को स्वच्छता में कई पुरस्कार मिले हैं। वृक्षारोपण, लिंगानुपात, पानी बचाने और नशामुक्ति में देश में पहले स्थान पर आने का निरंतर प्रयास करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नशामुक्त भारत अभियान में प्रदेश हर संभव योगदान देगा। राज्य व्यापी नशामुक्ति अभियान में हर नगर व गांव में नशामुक्ति के लिए जागरूकता संबंधी गतिविधियां संचालित की जाएंगी।
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जारी नशामुक्त भारत में केंदीय गृह मंत्रालय सहित सभी मंत्रालयों द्वारा संयुक्त रूप से गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती ने कहा कि आजादी की लड़ाई जब जन-आंदोलन बनी तो देश आजाद हो गया। इसी प्रकार नशे और शराब से मुक्ति को जन-आंदोलन का स्वरूप देना आवश्यक है। इसके लिए शासन और समाज अपनी-अपनी भूमिका निभाएँ। राज्य सरकार को नियंत्रित शराब वितरण की प्रणाली को क्रियान्वित करने के प्रयास करना होंगे। सुश्री उमा भारती ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान मुख्यमंत्री होने के साथ समाज सुधारक भी हैं। शिवराज सरकार जिस प्रकार से नशामुक्ति के प्रयास कर रही है, उससे शीघ्र ही नशामुक्ति के क्षेत्र में मध्यप्रदेश मॉडल बन कर उभरेगा।
पतंजलि योगपीठ एवं पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक स्वामी बाबा रामदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान का उत्साह हिमालय जैसा है। उनके नेतृत्व में प्रदेश में नशामुक्ति का पवित्र महायज्ञ आरंभ हो रहा है। युवाओं को नशे से बचाने के लिए खेलों को प्रोत्साहन देना आवश्यक है। श्री राम चन्द्र मिशन के अध्यक्ष कमलेश पटेल “दाजी” ने कहा कि नशे को शान समझ कर अपनाने वाला व्यक्ति आगे चल कर नशा लेने के लिए मजबूर हो जाता है। सरकारों के साथ माता-पिता की जिम्मेदारी भी है कि वे बच्चों को ऐसा वातावरण दें जिससे वे नशे की ओर जाएँ ही नहीं। देव संस्कृति विश्वविद्यालय, गायत्री परिवार के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंडया ने उपस्थित जन-समुदाय को गायत्री मंत्र का जाप कराने के बाद कहा कि चिंता का विषय है कि भारत के करोड़ों युवा नशे की गिरफ्त में हैं। आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. अशोक वार्ष्णेय ने कहा कि नशे से मुक्ति के लिए सभी स्तर पर प्रयास आवश्यक हैं। कार्यक्रम में नशा छोड़ चुके डॉ. राजीव तिवारी ने अपने अनुभव साझा किए।
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