उज्जैन के बड़नगर से कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के पुत्र करन को पार्टी ने छह साल के लिए प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है। उसके खिलाफ डेढ़ साल पहले दुष्कर्म की एफआईआर हुई थी और करीब साल भर पहले उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कांग्रेस की इस कार्रवाई पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि कांग्रेस की यह कछुआ चाल है।
कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के बेटे करन पर एक महिला ने 13 फरवरी 2021 के दिन उसके साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया और इंदौर के महिला थाने में इसकी एफआईआर दर्ज कराई थी। मगर करन ने कई अदालतों में इस मामले में अग्रिम जमानत के लिए दस्तावेज पेश किए जिसमें उन्होंने घटना के दिन बड़नगर सिविल अस्पताल में दाखिल होना बताया था। अदालत ने करन द्वारा पेश किए गए अस्पताल के दस्तावेजों को गलत बताते हुए उनकी अग्रिम जमानत की याचिका को खारिज कर दिया था।
इनाम भी घोषित हुआ
पुलिस ने करन मोरवाल की गिरफ्तारी के लिए पांच हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था लेकिन वे इसके बाद भी छिपते रहे। अंततः 26 अक्टूबर को उनकी गिरफ्तारी हो सकी थी। मोरवाल ने गिरफ्तारी के दौरान भी महिला के दुष्कर्म के आरोपों को गलत बताया था।
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