मध्य प्रदेश में करीब एक सप्ताह पहले शिकारियों ने एक टाइगर का शिकार कर सिर काट लिया और वन विभाग घटना को तीन दिन तक छिपाने के बाद आज भी न शिकारी का पता लगा पाया है और न ही टाइगर का सिर ही कहीं तलाशी में मिल सका है। वहीं, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में रेड अलर्ट जारी कर शिकारियों की पतारसी के लिए संयुक्त टीम के प्रयास अंधेरे में तीर की तरह चलाए जा रहे हैं।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में शिकारी द्वारा टाइगर का सिर काटकर ले जाने की घटना ने देश व प्रदेश के वन्य प्राणियों को झकझोर दिया। एनटीसीए ने टाइगर की शिकार घटना को देखते हुए मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। शिकारी अभी भी एसटीएफ और वन विभाग की संयुक्त टीम की पकड़ से दूर है।
चूरना के आसपास सर्चिंग
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व फील्ड डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति ने बताया कि चूरना के आसपास सर्चिंग की जा रही है। डॉग स्क्वॉवड, एसटीएफ और वन विभाग की टीम शिकारियों की खोज में लगी है। कृष्णमूर्ति ने दावा किया है कि जल्द ही वह शिकारियों तक पहुंच जाएंगे। कुछ संदिग्धों से पूछताछ भी की जा रही है। उल्लेखनीय है कि 26 जून को एसटीआर के चूरना रेंज के डबरा देव बीट में बाघ का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला था। उसकी गर्दन कटी थी। शिकार की इस घटना को अफसर तीन दिन तक छिपाते रहेष तंत्र-मंत्र की क्रिया के लिए टाइगर की गर्दन काटकर ले जाने की आशंका है।
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