बुरहानपुर-खंडवा के जंगलों पर कब्जा करने वालों पर आज जो एक्शन हुआ उसका नतीजा रहा कि उनके टपरों को गिरा दिया गया। जब वहां से जंगल से काटी गई लकड़ी को ट्रकों में रखना शुरू किया गया तो गाड़ियां एक के बाद एक भरती चली गईं और करीब एक करोड़ की लकड़ी वहां मिली। देखिये प्रशासन के इस एक्शन की रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमावर्ती जिलों बुरहानपुर-खंडवा के जंगल पिछले कुछ महीनों से पारंपरिक हथियारों से लैस अतिक्रमणकारियों के कब्जे की वजह से धीरे-धीरे कटते जा रहे थे। झुंड के रूप में जंगलों में पहुंचने वाले अतिक्रमणकारियों का ऐसा आतंक हो गया था कि दो-चार वनकर्मियों के बस का नहीं होता था कि वे उनका सामना कर सकें। पिछले दिनों वनकर्मियों पर हमले भी हुए और वे अपने साथियों को वन चौकी व पुलिस थाने से भी छुड़ाकर ले जाने में कामयाब हो गए। इस आतंक के कारण लोगों ने प्रशासन पर दबाव बनाया तो आज उसकी परिणिती बड़ी कार्रवाई के रूप में सामने आई।
27 गाड़ियां भरकर लकड़ी मिली
बताया जाता है कि आज कलेक्टर, एसपी व डीएफओ ने जंगल के अतिक्रमणकारियों को घेरने के लिए संयुक्त रणनीति के तहत भारी पुलिस बल के साथ क्षेत्र को छावनी में तब्दील किया। इसके बाद उनके टपरे गिराना शुरू किया और जब टपरे गिराए गए तो वहां लकड़ियों के ढेर मिले। उन्हें गाड़ियों में भरना शुरू किया तो 17 ट्रक और 10 ट्रैक्टर में लकड़ी आ सकीं। इस लकड़ी की कीमत करीब एक करोड़ रुपए बताई गई है।
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