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चाहे अनचाहे शहरों पर दबाव बढ़ने वाला है तो आर्थिक गतिविधियों की दिशा में सोचना होगा, महापौरों को मोदी मंत्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महापौर के राष्ट्रीय सम्मेलन में मंत्र दिया है कि चाहे अनचाहे शहरों पर दबाव बढ़न वाला है। आर्थिक गतिविधियों की दिशा में सोचने की जरूरत होगी। हर महापौर को अपने शहर के लिए किसी न किसी प्रकार की आर्थिक गतिविधि पर ध्यान देना होगा और चाहे वह पर्यटन या किसी प्रोडक्ट के लिए पहचाने जाने वाला शहर विकसित किया जाए। भोपाल के झीलों की शहर के रूप में पहचान के बारे में मोदी ने सम्मेलन में बताया।
सम्मेलन में भाजपा के सभी महापौर शामिल हुए। भाजपा के सभी महापौरों का एक व्हाट्सअप ग्रुप बनाकर एक शहर के महापौर का दूसरे शहरों के महापौरों से संपर्क बनाए रखने की सलाह दी और कहा इससे संवाद स्थापित हो। मोदी ने कहा कि शहर की प्लानिंग का विकेंद्रीकरण होना चाहिए। भाजपा ने सेटेलाइट टाउन को लेकर अच्छा काम करने का प्रयास किया है। चंडीगढ़ के पास पंचकूला, महौली, गांधी नगर के पास मिर्धापुर जैसे शहर विकसित किया। रेहड़ी वालों का साल में एक बार सम्मेलन करना चाहिए क्योंकि वे बैंक से लोन लेते हैं और उसका भुगतान भी समय पर कर देते हैं। उनके सम्मेलन में उनके परिवारों की प्रतिभाओं को सामने लाना चाहिए।
सिटी ब्यूटी काम्पिटिशन होना चाहिए
मोदी ने महापौर को कहा कि शहर के सौंदर्यीकरण को लेकर काम्पिटिशन आयोजित किया जाए। सिटी ब्यूटी काम्पिटिशन से लोगों में अपने शहर से जुड़ाव होगा। हर शहर की अपनी पहचान विकसित की जाए। जैसे भोपाल को झीलों का शहर कहा जाता है तो अहमदाबाद को हैरीटेज वॉक के लिए पहचाना जा रहा है। हर शहर की विशेषता होती है और उसके लिए शहर की सड़क किनारे खानपान के स्थानों को स्वच्छता की तरफ ध्यान देना चाहिए और उन्हें हाईजिन के प्रति जागरूक करना चाहिए।
सरदार पटेल को याद किया
मोदी ने महापौर सम्मेलन में सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद किया और कहा कि वे भी गुजरात में महापौर रहे थे। गुजरात के अपने अनुभव को बताते हुए मोदी ने कहा कि वे वहां विधायक, सीएम रहे औऱ ज्यादा काम किया। गुजरात में तब जो काम किए गए आज देश में बीआरटी, नगरीय परिवहन की दिशा में काम हो रहा है जो वे अपने सीएम कार्यकाल में गुजरात में कर चुके थे।
सीसीटीवी कैमरे का उपयोग
सीसीटीवी कैमरों का अभी केवल अपराधियों की तलाश के लिए किया जाता है जबकि इसका सफाई और अन्य कामों के लिए भी हो सकता है। आजादी का उत्सव मनाने के लिए जिस तरह 75 तालाबों के विकसित किए जाते हैं। महापौरों को शहर के जन्मदिवस मनाने की सलाह दी।
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