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गोटमार मेले में पत्थरबाजी में 95 लोग घायल

छिंदवाड़ा पांढुर्ना के विश्वप्रसिद्ध गोटमार मेले में पत्थरबाजी में 95 लोग घायल हुए है। 4 गंभीर है। मौके पर उपचार सुविधा में लापरवाही की बात से नाराज लोगो ने एम्बुलेंस गाड़ी तोड़फोड़ कर दी है। प्रशासन ने स्थिति को संभाला लिया।
दागे आंसू गैस के गोले
मेले में दोपहर एक बजे तक पत्थरबाजी में 95 लोग घायल हुए है. मौके पर उपचार सुविधा में लापरवाही होने की बात से नाराज लोगो ने एम्बुलेंस गाड़ी तोड़फोड़ कर दी है । पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, प्रशासन ने कर्फ़्यू लगाने की चेतावनी दी स्थिति को संभाला ।
यह है गोटमार की कहानी
गोटमार (गोट याने पत्थर) के पीछे प्रचलित कहानी प्रेम प्रसंग पर है। बताया जाता है कि पांढुर्ना के युवक को सांवरगांव की युवती से प्रेम हो गया था। वह रात के अंधेरे में युवती को भगा कर लाने के उद्देश्य से सांवरगांव पहुंच गया। वह युवती को भगाकर ले जा रहा था, तब ही सांवरगांव के लोग जाग गए। सांवरगांव के लोगों ने युवती को रोकने के लिए युवक-युवतियों पर पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। लोगों ने युवक-युवती पर इतने पत्थर बरसाए कि दोनों युवक-युवती की नदी तट पर ही मौत हो गई। इस घटना की याद में सदियों से गोटमार का आयोजन चल रहा है। यही परम्परा आज भी चल रही है।
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