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गुरू पूर्णिमा के दिन होगा गुरूवे नम: महोत्सव
विद्यार्थियों में अपने देश की गौरवशाली संस्कृति, संस्कार, परम्परा एवं नैतिक मूल्यों के अंकुरण के भाव जागृत करने, गुरू-शिष्य अन्तर संबंधों और गुरू की महत्ता को पुनर्स्थापित करने के उद्देश्य से इस वर्ष 10 जुलाई को गुरू पूर्णिमा पर प्रदेश के सभी शासकीय महाविद्यालयों में ‘गुरूवे नम:’ कार्यक्रम होंगे।
शासकीय महाविद्यालयों के प्राचायों से कहा गया है कि एक साथ, एक ही समय पूर्वान्ह 11 बजे कार्यक्रम किया जाए। कार्यक्रम गुरू-शिष्य परम्परा के विषय पर हो और विद्याथियों द्वारा महाविद्यालयीन गुरूजनों का सम्मान किया जाये।कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलन, गुरू-वंदना, प्रकोष्ठ गीत, प्राचार्य एवं इकाई समन्वयक द्वारा स्वागत भाषण एवं कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश, तिलक, माला, शॉल-श्रीफल इत्यादि से गुरूजनों का विद्यार्थियों द्वारा सम्मान, विद्यार्थियों द्वारा ‘अज्ञान रूपी अमावस्या में ज्ञान प्रकाश रूपी पूर्णिमा है- गुरूदेव’ विषय पर भाव-विचार अभिव्यक्ति, अतिथियों द्वारा आर्शीवचन, आभार-प्रदर्शन और राष्ट्र गान होगा।विद्यार्थियों में अपने देश की गौरवशाली संस्कृति, संस्कार, परम्परा एवं नैतिक मूल्यों के अंकुरण के भाव जागृत करने, गुरू-शिष्य अन्तर संबंधों और गुरू की महत्ता को पुनर्स्थापित करने के उद्देश्य से इस वर्ष 10 जुलाई को गुरू पूर्णिमा पर प्रदेश के सभी शासकीय महाविद्यालयों में ‘गुरूवे नम:’ कार्यक्रम होंगे।शासकीय महाविद्यालयों के प्राचायों से कहा गया है कि एक साथ, एक ही समय पूर्वान्ह 11 बजे कार्यक्रम किया जाए। कार्यक्रम गुरू-शिष्य परम्परा के विषय पर हो और विद्याथियों द्वारा महाविद्यालयीन गुरूजनों का सम्मान किया जाये।कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलन, गुरू-वंदना, प्रकोष्ठ गीत, प्राचार्य एवं इकाई समन्वयक द्वारा स्वागत भाषण एवं कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश, तिलक, माला, शॉल-श्रीफल इत्यादि से गुरूजनों का विद्यार्थियों द्वारा सम्मान, विद्यार्थियों द्वारा ‘अज्ञान रूपी अमावस्या में ज्ञान प्रकाश रूपी पूर्णिमा है- गुरूदेव’ विषय पर भाव-विचार अभिव्यक्ति, अतिथियों द्वारा आर्शीवचन, आभार-प्रदर्शन और राष्ट्र गान होगा।विद्यार्थियों में अपने देश की गौरवशाली संस्कृति, संस्कार, परम्परा एवं नैतिक मूल्यों के अंकुरण के भाव जागृत करने, गुरू-शिष्य अन्तर संबंधों और गुरू की महत्ता को पुनर्स्थापित करने के उद्देश्य से इस वर्ष 10 जुलाई को गुरू पूर्णिमा पर प्रदेश के सभी शासकीय महाविद्यालयों में ‘गुरूवे नम:’ कार्यक्रम होंगे।शासकीय महाविद्यालयों के प्राचायों से कहा गया है कि एक साथ, एक ही समय पूर्वान्ह 11 बजे कार्यक्रम किया जाए। कार्यक्रम गुरू-शिष्य परम्परा के विषय पर हो और विद्याथियों द्वारा महाविद्यालयीन गुरूजनों का सम्मान किया जाये।कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलन, गुरू-वंदना, प्रकोष्ठ गीत, प्राचार्य एवं इकाई समन्वयक द्वारा स्वागत भाषण एवं कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश, तिलक, माला, शॉल-श्रीफल इत्यादि से गुरूजनों का विद्यार्थियों द्वारा सम्मान, विद्यार्थियों द्वारा ‘अज्ञान रूपी अमावस्या में ज्ञान प्रकाश रूपी पूर्णिमा है- गुरूदेव’ विषय पर भाव-विचार अभिव्यक्ति, अतिथियों द्वारा आर्शीवचन, आभार-प्रदर्शन और राष्ट्र गान होगा।