दक्षिण अफ्रीका-नामीबिया से आए चीतों में से तीन चीतों की मौत के बाद उनके द्वारा भारतीय जमीन पर जिन चार शावकों को जन्म दिया गया था, उनमें से एक बच्चे की आज मौत हो गई। पीसीसीएफ वन्य प्राणी जेएस चौहान ने इसकी पुष्टि की है और बताया है कि यह बच्चा जन्म के बाद से ही कमजोर था। काफी समय के बाद भी उसकी कमजोरी दूर नहीं हुई और आज उसकी मौत हो गई।
कूनो में 24 मार्च 2023 को नामीबियाई सियाया ने चार शावकों को जन्म दिया था। ज्वाला सहित साशा, सवाना की एल्टन और फ्रेडी नर चीतों से जनवरी 2023 में मेटिंग कराई गई थी। इसमें सियाया ने चार शावकों को जन्म दिया जिसके बारे में उनके जन्म के चार दिन बाद 29 मार्च को पता चला था। ये चारों शावक उस समय स्वस्थ थे। पीसीसीएफ वन्यप्राणी जेएस चौहान ने बताया कि चार में से एक शावक कमजोर था जिस पर नजर रखी जा रही थी। उसके स्वस्थ पर भी ध्यान रखा जा रहा था लेकिन दो महीने में वह सामान्य चीतों की तरह पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो सका। आज दिन में उसकी मौत हो गई।
अब तक चार चीतों की मौत
गौरतलब है कि कूनो में पहले आठ नामीबियाई चीते लाए गए थे और उसके बाद फिर दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए गए। इसके पश्चात मार्च में इन चीतों की मेटिंग के बाद चीतों में भारतीय चीतों के रूप में चार शावक जुड़ गए जिससे चीतों का कूनबा 24 हो गया था। मगर इसके बाद उदय, साशा और हाल ही में नौ मई को दक्षा चीते की मौत की खबर आई। आज शावक की मौत के बाद अब कूनो में 20 शावक बचे हैं।
Leave a Reply