नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 20 चीतों में से तीन चीतों की मौत हो चुकी है जिनमें से दक्षा की मौत नर चीतों से मिलाने की कोशिशों के दौरान हुई है। अब इन मौतों पर राजनीति शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दक्षा की मौत के बाद इन्हें जानवरों की क्रूरता का मामला बताते हुए दंडात्मक कार्रवाई की मांग कर दी है। आईए जानते हैं यादव ने क्या कहा।
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने ट्वीट कर इस मामले को गंभीर बताया है। दक्षा की मौत को प्रशासनिक हत्या बताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह चीतों को भारत लाए जाने पर भाजपा नेताओं ने मजमा खड़ा किया था, उनकी जिम्मेदारी है कि वे चीतों को बीमारी और आपसी संघर्ष से मुक्त माहौल भी दें। यादव ने कहा कि चीतों की मौत जानवरों पर क्रूरता का मा्मला है और इसमें दोषियों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाना चाहिए।
अब तक इन चीतों की मौत
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के पालपुर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में सितंबर 2022 और फरवरी 2023 में दो बार में 20 चीते लाए गए थे जिनमें से एक मादा चीता ने चार शावकों को भी जन्म दिया। मगर चार शावकों के जन्म के साथ कूनो के चीता परिवार के तीन महत्वपूर्ण सदस्यों की मौत की घटनाएं भी हुई हैं। दक्षा के पहले दो चीतों की बीमारी की वजह से मौत हो गई थी जिनमें से एक चीता कुछ दिन पहले मरा। उसके जो वीडियो सामने आए उसमें यह साफ दिखाई दे रहा है कि बीमारी से इतना कमजोर हो गया था कि ठीक से चल भी नहीं पा रहा था। जब उसने आखिरी बार चलने की कोशिश की तो वह लड़खड़ाकर गिर गया और इसके बाद फिर नहीं उठा।
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