किसान आंदोलन के एक माह बाद आज फिर से किसानों का जमावडा मंदसौर में हुआ। किसानों के लिये आज कांग्रेस के साथ ही किसान संघर्ष समिति ने कार्यक्रम रखे थे। जिले के मल्हारगढ में कांग्रेस द्वारा जेल भरो आंदोलन रखा गया वही देश के 160 किसान संगठनो की अगुवाई का दावा करने वाली किसान संघर्ष समिति द्वरा बहीपार्श्वनाथ चौपाटी- पिपलियामंडी में किसान महापंचायत का आयोजन रखा गया था।दोनो ही आयोजन विगत 6 जुन को पुलिस फायरींग में मारे गए किसानों को श्रृद्धांजलि दिए जाने व किसानों के मुद्दे पर केंद्रित थे।
मल्हारगढ में कांग्रेस के जेल भरो आंदोलन को प्रशासन ने अनुमति कल दे दी थी लेकिन बहीपार्श्वनाथ – पिपलियामंडी क्षेत्र को संवेदनशील मानते हुए अनुमति नही दी थी। बही पार्श्वनाथ चौपाटी वही क्षेत्र है जहाँ 6 किसानों की पुलिस फायरींग में मौत हुई थी ।
इधर किसान संघर्ष समिति रात्रि में पिपलियामंडी के पास पाटीदार बाहुल्य ग्राम बुढा में चाक चौबंद थी , की सुबह बहीपार्श्वनाथ चौपाटी पर श्रृद्धांजलि सभा रख किसान मुक्तियात्रा शुरु करनी है और रात्रि में ही मुलताई के पुर्व विधायक डाक्टर सुनीलम् को गिरफ्तार कर लिया गया था ।
सुरक्षा के रुप में एहतियातन तौर पर 600 पुलिस जवान व अधिकारी मंदसौर से मल्हारगढ के बीच तैनात किए गए । एसपी मनोजसिंह व कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव भी सुबह से ही महु नीमच हाईवे के पिपलियामंडी क्षेत्र में मौजुद थे ।
आज सुबह 10 बजे मल्हारगढ में जेल भरो आंदोलन शुरु हुआ और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले किसान बुढा से बहीपार्श्वनाथ हेतु निकले।
आम आदमी पार्टी के पुर्व नेता योगेंद्र यादव , मेधा पाटकर , आम आदमी पार्टी के अक्षय हुंका भोपाल , मंदसौर संसदीय सीट से आप पार्टी के उम्मीदवार रहे पारस सकलेचा , महीदपुर की पूर्व विधायक कल्पना परुलेकर , सांसद राजू सेफ्टी, आशीष मित्तल किसान मजदूर संघ पदाधिकारी धर्मपाल सिंह आराधना , किसान संघर्ष यात्रा उपाध्यक्ष जसवंतसिंह कामरेड सहित अनेक किसान नेता बूढ़ा से पिपलियामंडी जाने हैतु किसानों के साथ निकले थे लेकिन प्रशासन ने पिपलियामंडी से पहले ही बैरीकेट्स लगाकर सभी को रोक लिया।
सभी ने गिरफ्तारी दी और विरोध प्रर्शन किया। दोपहर 2 बजे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव मल्हारगढ पहुंचे।
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