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कांग्रेस ने घोषित किए 88 प्रत्याशी, BJP से आए नेताओं को मौका, दिग्विजय समर्थकों को टिकट, BSP की छठवीं सूची

मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने आधी रात को दूसरी सूची में 88 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए हैं जिनमें भाजपा से आए नेताओं को मौका देकर वादा निभाया है। अभय मिश्रा जिस तामझाम के साथ भाजपा में गए थे, उसके विपरीत कांग्रेस ने चुपके से उन्हें आधी रात को सेमरिया सीट से विधायक बना दिया है। दतिया और पिछोर सीटों के प्रत्याशियों में बदलाव कर 229 सीटों के प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। एसडीएम पद से इस्तीफा देने के बाद भी उसके स्वीकार नहीं होने से सरकार से लड़ाई लड़ रही निशा बांगरे की विधानसभा सीट आमला को भी कांग्रेस ने होल्ड पर रखा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने समर्थकों को टिकट देकर पार्टी में अपनी ताकत का अहसास करा दिया है तो बहुजन समाज पार्टी ने अपनी छठवीं सूची में 28 प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। देखिये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने आधी रात को अपने बचे हुए 85 विधानसभा क्षेत्रों सहित तीन घोषित प्रत्याशियों के टिकट काटकर दूसरे उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। अब कांग्रेस के 229 विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा हो गई है। गोटेगांव, दतिया और शिवपुरी की पिछोर विधानसभा सीट से पूर्व में घोषित किए प्रत्याशियों को बदल दिया गया है। गोटेगांव में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नर्मदाप्रसाद प्रजापति का टिकट फाइनल कर दिया गया है और उनके स्थान पर जिन शेखर चौधरी को प्रत्याशी बनाया था, उनका टिकट कटा गया है। दतिया में दलबदल कर आए अवधेश नायक के स्थान पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा से पिछले चुनावों में सामने करते आ रहे राजेंद्र भारती को एक और मौका दिया गया है। वहीं, पिछोर में केपी सिंह की सीट बदलकर वहां घोषित प्रत्याशी शैलेंद्र सिंह का टिकट काटकर अब भाजपा के प्रीतम लोधी के सामने लोधी समाज के अरविंद सिंह लोधी को टिकट दिया गया है। प्रीतम लोधी, उमा भारती के समर्थक हैं।

भाजपा से आए नेताओं को पूरा मौका
कांग्रेस ने भाजपा से आए नेताओं को पूरा मौका दिया है। भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री रह चुके स्व. कैलाश जोशी के पुत्र दीपक जोशी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ बगावत कर कांग्रेस का दामन थामा था और कांग्रेस ने उन्हें देवास जिले की खातेगांव सीट से टिकट देकर उनसे किए गए वादे को पूरा किया है। इसी तरह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के भाजपा जाने के बाद उनके खिलाफ भाजपा से चुनाव लड़ने वाले वरिष्ठ नेता और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व इंदौर एक से चुनाव लड़ रहे कैलाश विजयवर्गीय के प्रखर विरोधी भंवरसिंह शेखावत को भी कांग्रेस में आने का लाभ मिला है। पा्र्टी ने उन्हें बदनावर से राजवर्धन के खिलाफ मैदान में उतार दिया है। होशंगाबाद से भाजपा के गिरिजाशंकर शर्मा को आखिरकर टिकट मिल गया है। इसी तरह कांग्रेस पार्टी में भारी लाव लश्कर के साथ आने वाले जावद के समंदर पटेल को जीतू पटवारी ने टिकट दिला दिया है। दो महीने पहले भाजपा में जाने वाले रीवा के अभय मिश्रा एकबार फिर कांग्रेस में लौट आए हैं और उन्हें पार्टी ने बिना रस्म अदायगी के सेमरिया से टिकट दे दिया है।

दिग्विजय सिंह ने दिखाई ताकत
दिग्विजय-जयवर्धन के कपड़े फाड़ने के कमलनाथ के वीडियो वायरल होने के बाद 88 घोषित प्रत्याशियों की सूची में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की ताकत दिखी है। भोपाल में जहां उन्होंने अपनी नर्मदा यात्रा में पूरे समय साथ चलने वाले रवींद्र साहू झूमरवाला को गोविंदपुरा से टिकट दिला दिया है तो भोपाल दक्षिण पश्चिम में न कमलनाथ अपने संजीव सक्सेना को टिकट दिला पाए और न पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी अपने अमित शर्मा को। वहीं, हुजूर सीट पर एकबार फिर पिछली बार के हारे प्रत्याशी नरेश ज्ञानचंदानी को टिकट दिलाने में दिग्विजय सिंह कामयाब हो गए हैं जबकि कमलनाथ पिछले चुनाव के समय कांग्रेस में आए पूर्व विधायक जितेंद्र डागा को टिकट दिलाना चाह रहे थे। सीट से एकबार फिर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मखमल सिंह मीणा को वरिष्ठ नेताओं ने साथ नहीं दिया है। इसी तरह दिग्विजय सिंह अपने समर्थक राजकुमार पटेल को भोजपुर से टिकट दिलाने में सफल रहे जबकि उनका सुरेश पचौरी द्वारा विरोध किया जा रहा था। दिग्विजय सिंह अपने समर्थक सुभाष सोजतिया को भी टिकट दिलाने में सफल रहे हैं। इसी तरह कमलनाथ शिवपुरी में भाजपा से आए विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को टिकट दिलाने में नाकाम रहे हैं जबकि उनके समर्थकों के सामने ही उन्होंने दिग्विजय-जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़ने का बयान दिया था जो काफी वायरल हुआ था।

अरुण यादव-अजय सिंह के विरोधियों को टिकट
कांग्रेस की दूसरी सूची में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के विरोधियों को टिकट दिए गए हैं। यादव के घोर विरोधी सुरेंद्र सिंह शेरा को कमलनाथ ने टिकट दे दिया है जबकि वे पिछले चुनाव में बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़कर जीते थे। वहीं, अजय सिंह के नेता प्रतिपक्ष कार्यकाल में जो चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी विधानसभा कार्यवाही के दौरान दलबदल कर गए थे, उन्हें इस बार कमलनाथ ने टिकट दिया है। इसी तरह विंध्य में रामगरीब कौल को प्रत्याशी बनाया गया। वहीं, सतना जिले में कमलनाथ बंगले के स्टाफ के एक प्रभावी व्यक्ति ने अपने निकटतम रिश्तेदार को टिकट दिलाने में इस बार कामयाबी हासिल कर ली है। 2018 में भी उन्होंने इसका प्रयास किया था।
बसपा की छठवीं सूची जारी
बहुजन समाज पार्टी ने अपनी छठवीं सूची जारी कर 28 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इसमें एक रिटायर्ड डीआईजी महेश चौधरी भी शामिल हैं।
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