प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में जेल से जमानत पर चल रहे पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता राजा पटैरिया ने कहा कि जेल में जाने से उनकी बीमारी कंट्रोल में आ गई हैं। उन्होंने आज अपनी पहली कोर्ट पेशी के पूर्व ग्वालियर में मीडिया से चर्चा में कहा कि वे विचारधारा का युद्ध लड़ रहे हैं और उनका यह संघर्ष जारी है।
पटेरिया ने कहा कि अभी मामला कोर्ट में है तो उस पर ज्यादा कुछ नहीं बोल सकता हूं। मैंने जो बोला उन्होंने क्या समझा क्या जाना अलग बात है। उन्होंने कहा कि वे गांधी, नेहरू और लोहिया का घोर अनुयायी हैं। इनके दर्शन में हिंसा को कहीं कोई स्थान नहीं है। न था और न है। उस तरफ खड़े हैं गोलवलकर, सावरकर, गोडसे आपका हिटलर, मुसोलिनी। पटेरिया ने इसे आईडियोलॉजिकल युद्ध बताया और वैचारिक युद्ध चल रहा है। संघर्ष है।
जेल में बीमारियां नियंत्रित हुईं
जेल में रहने से उन्होंने अपने आपको लाभ होना बताया। पटेरिया ने कहा कि उन्हें सुगर थी, वो कम हो गई और वजन भी कम हो गया। उन्होंने कहा कि यह उनकी जेल की नौवीं यात्रा है। आठ यात्राएं आंदोलन में कर चुके हैं। खुद को 1971 का समाजवादी आंदोलन की पैदाइश बताते हुए पटेरिया ने कहा कि 1991 में कांग्रेस में आए थे। अब मैं गांधी-नेहरू के मामले में लड़ रहा हूं।
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