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कांग्रेस की CWC का फैसला खड़गे करेंगे, पार्टी संविधान में 48 संशोधन का प्रस्ताव

रायपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में स्टियरिंग कमेटी ने नई वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के गठन के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अधिकृत कर दिया है। सीडब्ल्यूसी के लिए चुनाव की अटकलों को स्टियरिंग कमेटी ने विराम लगा दिया लेकिन कमेटी के 45 सदस्यों में से कई चुनाव कराने के पक्ष में भी थे। अधिवेशन में पार्टी संविधान में 48 संशोधन करने का प्रस्ताव है जिसमें 16 प्रावधान और 32 नियम बदले जाने का विचार है।
कांग्रेस अधिवेशन के पहले दिन स्टियरिंग कमेटी के 45 सदस्यों की बैठक हुई जिसमें प्लेनरी एजेंडे पर चर्चा की गई। कमेटी के सदस्यों ने सीडब्ल्यूसी के सदस्यों के मनोनयन पर चर्चा की। ढाई घंटे तक सदस्यों ने चर्चा के दौरान सदस्यों के लिए चुनाव कराने के भी सुझाव दिए और कई लोगों ने चुनाव नहीं कराए जाने की बात कही। अंत में मौजूदा राजनीतिक चुनौतियों का हवाला देते हुए चुनाव कराए जाने से क्या परिस्थितियां बनेंगी, उस पर विचार किया गया और सभी ने सर्वसम्मति से चुनाव नहीं कराते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष को अधिकार सौंप दिए कि वे सदस्यों को मनोनीत कर सकते हैं।
पार्टी के संशोधन की वजह से चुनाव नहीं
अधिवेशन में 48 संशोधनों को ध्यान में रखते हुए सीडब्ल्यूसी के सदस्यों के चुनाव को टाला गया और संशोधन के हिसाब से सदस्यों को प्रतिनिधित्व दिए जाने की वजह से चुनाव उचित नहीं माने गए। चुनाव कराए जाने से पार्टी के संशोधनों का पालन हो पाना मुश्किल होता क्योंकि तब आदिवासी, दलित, युवा, महिला, अल्पसंख्यक, ओबीसी को प्रतिनिधित्व मिल भी सकता था और नहीं। उल्लेखनीय है कि अधिवेशन में पार्टी संविधान के 16 प्रावधान और 32 नियमों में संशोधन होना है। इन संशोधन से सीडब्ल्यूसी में दलित, आदिवासी, ओबीसी, अल्पसंख्यक, महिलाओं और युवाओं का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जा रहा है।
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