-
दुनिया
-
UNO के आह्वान पर JAYS ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस, जल, जंगल और जमीन के प्रति जागरूक हुए आदिवासी
-
बागेश्वर सरकार की ज़िंदगी पर शोध करने पहुची न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालय की टीम
-
Rahul Gandhi ने सीजफायर को BJP-RSS की सरेंडर की परंपरा बताया, कहा Modi करते हैं Trump की जी हुजूरी
-
ऑपरेशन सिंदूर ने बताया आतंकवादियों का छद्म युद्ध, प्रॉक्सी वॉर नहीं चलेगा, गोली चलाई जाएगी तो गोले चलाकर देंगे जवाब
-
मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर कामलीला, नेताजी की महिला शिक्षक मित्र संग आशिकी का वीडियो वायरल
-
कमल नाथ ने कहा बासमती में मप्र को जीआई टैग मिले
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने ट्वीट कर कहा है कि वे हमेश चाहते रहे हैं कि बासमती का जीआई टैग मध्यप्रदेश को मिले। उन्होंने अपनी 15 महीने की सरकार में इसके लिए काफी प्रयास किए। भाजपा झूठा प्रचार कर रही है और भाजपा-कांग्रेस की राज्य सरकारों की राजनीति में उलझा रही है। इसके लिए भाजपा सरकार को प्रयास करना चाहिए।
मध्यप्रदेश के बासमती चावल को जी.आई टेग मिले , मै व मेरी सरकार सदैव से इसकी पक्षधर रही हूँ और मै आज भी इस बात का पक्षधर हूँ कि यह हमें ही मिलना चाहिये। मै सदैव प्रदेश के किसानो के साथ खड़ा हूँ , उनके हितो के लिये लड़ता रहूँगा , इसमें कोई सोचने वाली बात ही नहीं है। बासमती चावल को जी.आई.टेग मिले , इसकी शुरुआत ऐपिडा ने नवम्बर 2008 में की थी। उसके बाद 10 वर्षों तक प्रदेश में भाजपा की सरकार रही। जिसने इस लड़ाई को ठीक ढंग से नहीं लड़ा। जिसके कारण हम इस मामले
मे पिछड़े। केन्द्र व राज्य में भाजपा की सरकार के दौरान ही 5 मार्च 2018 को जी.आई.रजिस्ट्री ने मध्यप्रदेश को बासमती उत्पादक राज्य मानने से इंकार किया। प्रदेश हित की इस लड़ाई में अपनी सरकार के दौरान 10 वर्ष पिछड़ने वाले आज हमारी 15 माह की सरकार पर झूठे आरोप लगा रहे है , कितना हास्यास्पद है।
हमने हमारी 15 माह की सरकार में इस लड़ाई को दमदारी से लड़ा।
अगस्त 2019 में इस प्रकरण में हमारी सरकार के समय हुईं सुनवाई में हमने दृढ़ता से शासन की ओर से अपना पक्ष रखा था। पंजाब के मुख्यमंत्री वहाँ के किसानों की लड़ाई लड़ रहे है। मै प्रदेश के किसानो के साथ खड़ा हूँ , सदैव उनकी लड़ाई को लड़ूँगा। इसमें कांग्रेस – भाजपा वाली कुछ बात नहीं है। इस हिसाब से तो केन्द्र में तो वर्तमान में भाजपा की सरकार है , फिर राज्य की अनदेखी क्यों हो रही है ?
Leave a Reply